हरक सिंह रावत बोले, राजनीति में नहीं होती स्थाई दोस्ती-दुश्मनी
-हरक सिंह रावत के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से वर्तमान में तनातनी के संबंध चल रहे हैं, ऐसे माहौल में हरक के इस तरह की बयानों के निकाले जा रहे हैं कई मायने
देहरादून (Dehradun)। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Harak singh rawat) ने शनिवार को बयान दिया है कि राजनीति में न कोई दोस्त होता है न दुश्मन। हरक सिंह रावत के मुख्यमंत्री (cm) त्रिवेंद्र सिंह रावत (trivendra Singh rawat) से वर्तमान में जिस तरह तनातनी के संबंध चल रहे हैं, उसमें इस तरह की बात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। फिलहाल ऐसे बयानों से सूबे की राजनीति में गर्माहट बनी हुई है।
मीडिया को दिए बयान में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि मैं राजनीति का छात्र नहीं हूं। लेकिन, लंबे समय से प्रैक्टिकल तौर पर राजनीति कर रहा हूं। अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि राजनीति में कोई दोस्त और दुश्मन नहीं होता। समय के साथ दोस्ती दुश्मनी बदलती रहती है। हरक सिंह ने कहा कि राजनीति ने कभी भी गांठ नहीं बनानी चाहिए। जरूरी नहीं है कि आपको जिसने आज वोट दिया है, कल भी वह आपको ही वोट दे।
गौरतलब है कि उत्तराखंड भवन सन्ननिर्माण और कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने हरक सिंह रावत को हटा दिया था। इसके बाद उनकी पसंदीदा बोर्ड सचिव दमयंती रावत की भी बोर्ड से छुट्टी कर गई, इससे हरक सिंह खासे नाराज चल रहे हैं। इसलिए उनके बयानों के कई मतलब निकाले जा रहे हैं।