हरिद्वार कुंभ मेला अब मात्र एक महीने का होगा, शाही स्नान होंगे 3
-कोरोना महामारी का ग्रहण हरिद्वार कुम्भ पर भी लग गया है। चार महीने चलने वाला कुंभ मेला मात्र एक महीने में सिमट गया है। वहीं, 4 शाही स्नान के बजाय इस बार 3 शाही स्नान की होंगे। सरकार ने अभी तक मेले की अधिसूचना भी जारी नहीं की है।
देहरादून (Dehradun)। कोरोना काल में होने जा रहे हरिद्वार महाकुंभ 2021 (Haridwar mahakumbh 2021) की तिथि निर्धारित कर दी गई है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस बार कुंभ मात्र एक महीने (one month) के लिए आयोजित होगा। कोरोना की रोकथाम व केंद्र सरकार की गाइडलाइन को देखते हुए राज्य सरकार ने मेले की अवधि घटाने का निर्णय लिया है। कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार पहले ही गाइड लाइन जारी कर चुकी है।
उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेले के लिए एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक (one April to 30 April) की अवधि निर्धारित की है। मुख्य सचिव ओमप्रकाश की अध्यक्षता में हुई बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। सरकार कुंभ मेले के संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहले कुंभ मेले की अवधि 27 फरवरी से 27 अप्रैल प्रस्तावित थी। लेकिन, कोरोना के कारण यह संभव नहीं सका। वैसे कुंभ मेला जनवरी से अप्रैल तक (चार महीने) आयोजित होता था।
कोरोना के कारण अब तक जारी नहीं हो पाई अधिसूचना
हरिद्वार में कुंभ के भव्य आयोजन की तैयारियों में सरकार जुटी है। लेकिन, कोरोना संकट ने मुश्किलें बढ़ाई हुई हैं। कुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार चिंतित है। यही कारण अभी तक मेले की अधिसूचना जारी नहीं हो पाई। वरन कुंभ की अधिसूचना दिसंबर में जारी होती थी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने कुंभ की अवधि 48 दिन रखने का निर्णय लिया। बाद में दो महीने और अब एक महीना रखने का निर्णय लिया गया है।
अब की बार होंगे तीन शाही स्नान
कुंभ मेले की अवधि में बदलने के साथ ही शाही स्नान की तिथियां भी बदल गई है। पहले कुंभ के दौरान चार शाही स्नान होने थे। अब समय कम होने के कारण कुंभ के दौरान अप्रैल में तीन शाही स्नान ही होंगे। पहला शाही स्नान 12 अप्रैल (सोमवती अमावस्या), दूसरा 14 अप्रैल (बैसाखी) और तीसरा 27 अप्रैल (पूर्णिमा) को होगा।
