कांग्रेस में कौन होगा मुख्यमंत्री पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत …
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। कांग्रेस हाईकमान की और से पंजाब में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने और उत्तराखंड में खामोशी पर कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हर राज्य की परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं। हम यहां से अपनी भावना को पार्टी लीडरशिप पर नहीं थोपेंगे। पार्टी को जो बेहतर लगेगा। वह सबको स्वीकार होगा। रावत ने श्रीमद् भगवत गीता से उदाहरण देते हुए कहा कि मेरा काम कर्म करना है। फल देना मेरे प्रारब्ध और हाईकमान पर निर्भर है।
रावत कहा कि भाजपा ने उत्तराखंड के स्वाभिमान और अभियान को गहरी चोट पहुंचाई है। भाजपा विकास के मोर्चे पर खुद को फेल पा रही है तो तुष्टिकरण की राजनीति करना शुरू कर दिया है। रावत ने खुद को राज्य निर्माण विरोधी होने और हिल कौंसिल का समर्थक होने के आरोप को खारिज किया। रावत ने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने वालों को इतिहास ईमानदारी से पढ़ना चाहिए।
रावत ने कहा कि जब कांग्रेस को लगा कि राज्य बनना चाहिए तो इसके लिए काम किया। कलकत्ता अधिवेशन में छोटे राज्यों के गठन के प्रस्ताव पर मुहर लगने से पृथक राज्य की राह मजबूत हुई। तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेई ने संसद में कांग्रेस के प्रयास को सराहा था। रावत ने कहा कि डबल इंजन नहीं भाजपा का रद्दी इंजन है। कुंभ जांच घोटाले से प्रदेश की छवि धूमिल हुई।