हरियाणा गौरव कवि सुनील शर्मा की अमर जवान जसवंत सिंह रावत को समर्पित रचना
हरियाणा गौरव सुनील शर्मा
गुरुग्राम हरियाणा
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लड़ाई सन 62 की…. अमर जवान जसवंत सिंह
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सन 62 के युद्ध में उस वीर ने जान लड़ाई थी
धूल चटाई दुश्मन को हिंद की लाज बचाई थी
सन 41 उत्तराखंड देवभूमि पर जन्म लिया
वतन की खातिर जीना मरना उस बालक ने प्रण लिया
चीन की नापाक हरकत पर करी चढ़ाई थी
सन 62 के युद्ध में उस वीर ने जान लड़ाई थी
युद्ध हुआ था बड़ा भयंकर सीन बड़ा ही निराला था
एक-एक ने सौ-सौ को मारा वीरों से पड़ा बस पाला था
राइफलमैन जसवंत ने दुश्मन को धूल चटाई थी
सन 62 के युद्ध में उस वीर ने जान लड़ाई थी
अरुणाचल की पावन धरा जब खून से लथपथ लाल हुई
मां भारती के वीरों की संगीने चाइना का बस काल हुई
शहीद हो गए वतन की खातिर दुश्मन पर आंख लड़ाई थी
सन 62 के युद्ध में उस वीर ने जान लड़ाई थी
साथी हो गए शहीद फिर भी हिम्मत ना हारी थी
300 सैनिक चाइना के अकेले ने यमलोक की कराई सवारी थी
जान गंवा दी वतन की खातिर उसने ऐसी करी लड़ाई थी
सन 62 के युद्ध में उस वीर ने जान लड़ाई थी
धूल चटा कर दुश्मन को हिंद की लाज बचाई थी
जय हिंद जय भारत वंदे मातरम
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सर्वाधिकार सुरक्षित।
प्रकाशित…..19/12/2020
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