डाक्टर, दवाई व सफाई पर सरकार का फोकस, लगेंगे 600 स्वास्थ्य शिविर: डॉ धन सिंह
-राज्य भर लगने वाले स्वास्थ्य शिविर क्षेत्रीय विधायकों की अध्यक्षता में संचालित होंगे। प्रत्येक विधानसभा में पहाड़ में 10 और मैदान में 5 शिविर लगाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री 100 अस्पतालों का औचक निरीक्षण करेंगे।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। स्वास्थ्य विभाग प्रदेशभर में 600 स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेगा। पर्वतीय विधानसभा क्षेत्रों में 10-10 व मैदानी विधानसभा क्षेत्रों में 5-5 शिविर लगाए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने समीक्षा बैठक में इसके निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य शिविर क्षेत्रीय विधायकों की अध्यक्षता में आयोजित होंगे। शिविर की व्यवस्था जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी को करनी होगी। आम जनता को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार का मुख्य फोकस अस्पतालों में डाक्टर, दवाई व सफाई पर रहेगा।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने शनिवार को (आज) विधानसभा स्थित सभागार में मुख्य चिकित्साधिकारयों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि विभाग प्रदेशभर में 600 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करेगा, जिसमें विशेषज्ञ डाक्टर जरूरतमंद लोगों की जांच के साथ ही उन्हें दवाई भी देंगे। इसके अलावा प्रत्येक विधायक अपनी विधानसभा क्षेत्र के 100-100 कोविड वैक्सीनेशन केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। मुख्य चिकित्साधिकारियों को अपने जनपदों में जिला स्वास्थ्य समिति की नियमित बैठकें करने के निर्देश दिये गये, जिनमें क्षेत्रीय विधायक सहित नामित सदस्यों को आमंत्रित करना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री व विधायक करेंगे अस्पतालों का निरीक्षण
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेशवासियों को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अगले तीन महीने तक विशेष अभियान चलायेगी। जिसके तहत डाक्टर, दवाई एवं सफाई पर मुख्य फोकस रखते हुए अस्पतालों का नियमित निरीक्षण किया जायेगा। इस अभियान के तहत स्वयं स्वास्थ्य मंत्री 100 अस्पतालों का औचक निरीक्षण करेंगे। जबकि, क्षेत्रीय विधायकों को अपनी विधानसभा क्षेत्र के 5-5 अस्पतालों का निरीक्षण करना होगा।
उठा स्टाफ की कमी का मुद्दा
कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम की तैयारियों की जनपदवार समीक्षा करते हुए स्वास्य मंत्री ने मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये। बैठक में अधिकतर मुख्य चिकित्साधिकारयों द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों, एएनएम, स्टाफ नर्स व चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की कमी की बात रखी। जिस पर विभागीय मंत्री ने सचिव स्वास्थ्य व महानिदेशक को उक्त समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश दिये।
आशा के खाली पद भरने के निर्देश
सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डा. पंकज पाण्डेय ने बताया कि विशेषज्ञ डाक्टरों की तैनाती के प्रयास किय जा रहे हैं। एएनएम, स्टाफ नर्स व चतुर्थ श्रेणी कार्मिकों की तैनाती एनएचएम के माध्यम से की जा सकती है। जिसकी स्वीकृति दी जा चुकी है। उन्होंने प्रदेशभर में आशा हेल्थ वर्कर के खाली 150 पदों को तत्काल भरने के निर्देश दिये।
बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य डा. तृप्ति बहुगुणा, निदेशक डा. एसके गुप्ता, निदेशक डा. विनीता शाह, सीएमओ पौड़ी डा. मनोज शर्मा, सीएमओ नैनीताल डा. भागीरथी जोशी, सीएमओ उत्तरकाशी डा. केएस चौहान, सीएमओ चम्पावत डा. आरपी खंडूडी, सीएमओ पिथौरागढ़ डा. हर्ष पंत, सीएमओ देहरादून डा. मनोज उप्रेती, सीएमओ टिहरी डा. संजय जैन, सीएमओ रूद्रप्रयाग डा. बीके शुक्ला , सीएमओ हरिद्वार डा. एसके झा, सीएमओ ऊधमसिंह नगर डा. डीएस पंचपाल, सीएमओ अल्मोड़ा डा. सविता हयांकी, सीएमओ चमोली डा. केके अग्रवाल, सीएमओ बागेश्वर डा. सुनीता टम्टा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।