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हृदयांगन संस्था मुंबई के पदाधिकारीगणो का पूर्वांचल उत्तर-प्रदेश का दौरा

-कोशिश संस्था ने इस अवसर पर हृदयांगन के सभी पदाधिकारी का सम्मान किया। यात्रा के दौरान सोमेन्द्र त्रिपाठी वरिष्ठ शिक्षक हरद्वारी, अपर्णा त्रिपाठी, यामिनी त्रिपाठी को हृदयांगन रत्न सम्मान पत्र व स्वर्ण पदक और राजेन्द्र कुमार दुबे सेवानिवृत्त प्रिसिंपल ( मुंबई) को उनके निवास स्थान रामचंद्रपुर में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान तथा हृदयांगन रत्न सम्मान के गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसी क्रम मे भदोही जनपद मे पंडित रमाकांत मिश्र ग्राम मानिकपट्टी को मानस मर्मज्ञ सम्मान तथा हृदयांगन रत्न स्वर्ण पदक सम्मान से सम्मानित किया गया।

हृदयांग साहित्यिक संस्था की पूर्वांचल यात्रा जौनपुर, भदोही, वाराणसी, अयोध्या धाम होते हुये वाया लखनऊ कानपुर वापस। यह यात्रा 17 मई से 21 मई तक रही। कई विशिष्ट गणमान्य लोगों से मुलाकात हुयी। सुप्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन हुये। पतित पावनी गंगा जी की आरती व स्नान और सरयु नदी मे स्नान हुये। कुल मिलाकर अध्यक्ष विधु भूषण विद्यावाचस्पति सहित श्री शारदा प्रसाद दुबे, शरतचंद्र उपाध्यक्ष, उमेश चंद्र मिश्र प्रभाकर, महासचिव पूर्वांचल यात्रा मे तथा विनयदीप राष्ट्रीय मीडिया सचिव जौनपुर मे 17 मई को आयोजित कवि सम्मेलन सम्मेलन मे साथ रहे।

कोशिश संस्था ने इस अवसर पर हृदयांगन के सभी पदाधिकारी का सम्मान किया। यात्रा के दौरान सोमेन्द्र त्रिपाठी वरिष्ठ शिक्षक हरद्वारी, अपर्णा त्रिपाठी, यामिनी त्रिपाठी को हृदयांगन रत्न सम्मान पत्र व स्वर्ण पदक और राजेन्द्र कुमार दुबे सेवानिवृत्त प्रिसिंपल ( मुंबई) को उनके निवास स्थान रामचंद्रपुर में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन सम्मान तथा हृदयांगन रत्न सम्मान के गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इसी क्रम मे भदोही जनपद मे पंडित रमाकांत मिश्र ग्राम मानिकपट्टी को मानस मर्मज्ञ सम्मान तथा हृदयांगन रत्न स्वर्ण पदक सम्मान से सम्मानित किया गया।

अयोध्या धाम की यात्रा में बाबा केशवदास जो सरल-सहज व्यक्तित्व के धनी आध्यात्मिक जगत के समर्पित साधक है, उन्हे संस्था के पदाधिकारीगणो ने शाल, श्रीफल, मुद्राये हृदयांगन रत्न सम्मान का स्वर्ण पदक प्रदान करते हुये उन्हे संस्था की आजीवन सदस्यता प्रदान की। मां तुझे प्रणाम (लेखक विधुभूषण) अंतर्मन के स्वर (लेखिका डा.  विद्युत प्रभा मंजू) दिव्य ज्ञान लेखक डा. अरूण प्रकाश मिश्र अनुरागी तथा उम्मीद की एक किरण-साझा संकलन, जिसमे हृदयांगन परिवार के 21 कवियों की चुनिंदा कवितायें संकलित है, श्रद्धेय बाबा केशवदास को भेट कर हृदयांगन परिवार धन्य हुआ।

पूर्वांचल के इन जनपदों की यात्रायें व भेटवार्तायें बेहद आरामदायक, सार्थक व उपयोगी रही। हृदयांगन साहित्यिक सामाजिक सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक संस्था के संस्थापक अध्यक्ष विधुभूषण ने कहा कि संस्था इसी तरह भारत के अन्य प्रदेशो मे जाकर सुयोग्य विद्तजनो का सम्मान करती रहेगी।

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