भारतीय थल सेना को मिले 319 युवा अफसर, उत्तराखंड से 43 जांबाज
-आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर परेड सुबह साढ़े सात बजे से शुरू हुई। इस दौरान डिप्टी कमांडेंड आलोक जोशी और कमांडेंट ने परेड की सलामी ली। इससे बाद जनरल कमांडिंग ऑफिसर ले.जनरल राज शुक्ला ने परेड की सलामी ली। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी परेड में पंहुचे।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड (पीओपी) के साथ ही आज भारतीय थल सेना को 319 युवा जांबाज युवा अफसर थलसेना को मिल गए। इनमें से 43 युवा अफसर उत्तराखंड से हैं। साथ ही मित्र देशों के 68 कैडेट भी पास आउट हुए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बतौर निरीक्षण अधिकारी पासआउट हो रहे जेंटलमैन कैडेटों से सलामी ली।
आईएमए के ऐतिहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर परेड सुबह साढ़े सात बजे से शुरू हुई। इस दौरान डिप्टी कमांडेंड आलोक जोशी और कमांडेंट ने परेड की सलामी ली। इससे बाद जनरल कमांडिंग ऑफिसर ले.जनरल राज शुक्ला ने परेड की सलामी ली। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी परेड में पंहुचे। पीओपी को सादगी से आयोजित किया गया। परेड के दौरान ड्रिल स्क्वायर पर मार्चपास्ट, अवार्ड ड्रिस्ट्रीब्यूशन, पीपिंग व ओथ सेरेमनी की रस्म हुई। लेकिन, जश्न नहीं मनाया गया।
जेंटलमैन कैटेड सेना का अभिन्न अंग
परेड के उपरांत आयोजित होने वाली पीपिंग व ओथ सेरेमनी के बाद पासिंग आउट बैच के 387 जेंटलमैन कैटेड बतौर लेफ्टिनेंट देश-विदेश की सेना का अभिन्न अंग बन गए। इनमें 319 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले। जबकि, 68 युवा सैन्य अधिकारी आठ मित्र देशों अफगानिस्तान, भूटान, श्रीलंका, नेपाल, मालद्वीव, म्यांमार, तंजानिया व तुर्किमेनिस्तान की सेना का अभिन्न अंग बनेंगे। पासिंग यूट परेड के साथ ही देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 63 हजार 668 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों को मिले 2624 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
राज्यवार पास आउट कैडेटों की संख्या
उत्तर प्रदेश -45, उत्तराखंड -43, हरियाणा- 34, बिहार- 26, राजस्थान -23, पंजाब- 22, मध्यप्रदेश -20, महाराष्ट्र -20, हिमाचल प्रदेश- 13, जम्मू कश्मीर -11, दिल्ली-11, तमिलनाडु -7, कर्नाटक- 6, केरल -5, आंध्र प्रदेश- 5, चंडीगढ- 5, झारखंड -4, पश्चिम बंगाल -3, तेलंगाना- 3, मणिपुर- 2
गुजरात -2, गोवा- 2, उड़ीसा- 2, असम -2, मिजोरम- 2, छत्तीसगढ़- 2।
सीडीएस जनरल रावत को भी पहुंचना था आईएमए
वर्ष 1971 के भारत- पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की जीत के पचास साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित हो रही परेड को यादगार बनाने की तैयारी कई दिन पहले से की जा रही थी। लेकिन, इस बीच दो दिन पहले तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना व वायुसेना के 13 अधिकारियों व जवानों की मौत होने से कई चीजें बदल गई। सीडीएस जनरल रावत को भी राष्ट्रपति के साथ परेड में शामिल होने के लिए आईएमए पहुंचना था। लेकिन, यह संभव न हो सका। सीडीएस के निधन पर घोषित राजकीय शोक के चलते अकादमी को बीते दिन कमांडेंट परेड (फुल ड्रेस रिहर्सल परेड) को स्थगित करना पड़ा। साथ ही मुख्य पासिंग आउट परेड की पूर्व संध्या पर आयोजित होने वाले दो अन्य कार्यक्रम भी रद्द करने पड़े। पीओपी को भी सादगी से आयोजित करने का निर्णय लिया गया।