महिलाओं में संस्कार हैं, तभी है हमारी संस्कृति: नरेश जैन
-भारतीय जैन मिलन ने शनिवार को आयोजित किया वर्चुअल राष्ट्रीय महिला अधिवेशन
देहरादून। महिलाओं में असीम क्षमता है, उनमें समर्पण भावना है, त्याग है, संस्कार हैं। महिलाओं में संस्कार हैं तो ही हमारी संस्कृति है। भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन नरेश चंद्र जैन ने वर्चुअल राष्ट्रीय महिला अधिवेशन में कही। उन्होंने कहा कि भारतीय जैन मिलन ने महिलाओं व बालिकाओं को जैन मिलन से जोड़कर स्वतंत्र प्लेटफार्म दिया। महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर रही है। सामाजिक, धार्मिक, पारिवारिक, सांस्कृतिक क्षेत्र हो या सेवा का क्षेत्र, महिलाएं कहीं भी पीछे नहीं हैं।
भारतीय जैन मिलन की केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन ने बताया कि भारतीय जैन मिलन की ओर से शनिवार को वर्चुअल मीटिंग की गई। गत वर्ष इस कार्यक्रम को भोपाल मध्यप्रदेश में भव्य रूप में आयोजित किया गया था। वर्चुअल मीटिंग में जैन मिलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋतुराज सुरेश जैन, महामंत्री प्रशासन नरेंद्र जैन, राजकमल मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला चेयरपर्सन श्रीमती शीला जैन ने की। कार्यक्रम का सफल संचालन मुख्य संयोजिका श्रीमती सुनैना जैन ने किया।
इस अवसर पर केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन ने बताया कि प्रकृति के बाद ईश्वर ने इस दुनिया में अपने सबसे शानदार हस्ताक्षर स्त्री के रूप में किए हैं। शायद इसी कारण प्रकृति शक्ति ममता, माया, क्षमा, तपस्या, आराधना यह सब स्त्रीलिंग है। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के उत्थान से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए। इसी श्रंखला में 19 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया।