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जंगल बचाने के अभियान से जुड़ी आस्क, पेड़ों को मौली बांध दिया रक्षा वचन

-आस्क के संस्थापक राजवीर सिंह का कहना है कि प्रदेश का विकास जरूरी है। लेकिन, वन कटान की शर्त पर नहीं। वनों का संरक्षण आवश्यक। विकास के नाम पर सदियों के पाले-पोशे वन काटना मानवता के लिए शर्मनाक

देहरादून (dehradun)। थानों क्षेत्र में शिवालिक एलीफैंट रिज़र्व फारेस्ट (shivalik aliphent risureve forest) के 10 हजार पेड़ों (ten thousand tree) को कटने से बचाने के लिए आस्क संस्था के युवा कार्यकर्ता भी आगे आ गए हैं। उन्होंने चिपको अभियान (chipko movement) से जुड़कर पेड़ों पर मौली बांधकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया है।
आस्क के संस्थापक राजवीर सिंह (ask president rajvir Singh) का कहना है कि प्रदेश का विकास जरूरी है। लेकिन, वन कटान की शर्त पर नहीं। वनों का संरक्षण जरूरी है। विकास के नाम पर सदियों के पाले पोशे वन काट दिए गए तो यह मानवता के लिए शर्मनाक होगा। उन्होंने कहा कि थानों क्षेत्र में बहुत से जीव-जंतु व पशु पक्षी वास करते हैं, हम उनका घर नहीं छीन सकते। थानों क्षेत्र में विस्तार और विकास अच्छी सोच है, लेकिन 10 हजार पेड़ काटने की कीमत पर कतई नहीं। अभियान में ऋषिता कौर, ऋषिजीत सिंह, प्रियंका, नंदिनी, सार्थक, गौरव, आदर्श, श्रुति, विकास आदि शामिल हुए।

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