मशहूर नाट्यकर्मी व साहित्यकार जनाब ख़ुर्शीद नवाब हुए जन्नत नशीन
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। मशहूर नाट्यकर्मी व साहित्यकार जनाब ख़ुर्शीद नवाब कल रात जन्नत नशीन हो गये। वे कुछ समय से बीमार चल रहे थे। ख़ुर्शीद नवाब एक बहुत ही नेकदिल व बेहतरीन शख्शि़यत थे।
जनाब ख़ुर्शीद नवाब का जन्म 5 अक्टूबर 1938 जन्म उदयपुर राजस्थान ने हुआ। उन्होंने एमए, बीएड तक शिक्षा ली और सरकारी विद्यालय में शिक्षक नियुक्त हुए। उनकी 12 पुस्तकें प्रकाशित हुई। इनमें ग़ज़ल, नाटक, बाल साहित्य (कहानी, कविता, ड्रामा) आदि शामिल हैं। विभिन्न संस्थाओं की ओर से उन्हें 2 दर्जन से अधिक सम्मान प्राप्त हुए। देशभर में 170 से अधिक पत्र/पत्रिकाओं में उनकी रचना प्रकाशित हुई हैं।
3000 से ग़ज़लों व 80 नाटकों का लेखन
जनाब ख़ुर्शीद नवाब ने उर्दू, हिंदी व राजस्थानी में 3000 से अधिक ग़ज़लें लिखी। 80 नाटकों का लेखन किया।40 से अधिक नाटकों में अभिनय व निर्देशन किया। 33-रेडियो प्लेज़- नाटकों का लेखन। चार हिंदी फीचर फिल्मों व दो विदेशी फिल्मों में अभिनय। आकाशवाणी उदयपुर केंद्र से समय-समय पर कविता पाठ, अखिल भारतीय मुशायरा एवं कवि सम्मेलनों में नियमित भागीदारी के साथ ही हिंदी, उर्दू व राजस्थानी भाषाओं में अनवरत स्थानीय गोष्ठियों व कार्यक्रमों का आयोजन भी करते रहे। उन्होंने हमदर्द एकता संस्थान की स्थापना भी की।