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रुड़की से नीलकंठ तक 60 किमी हाइवे मेला क्षेत्र घोषित

-कांवड़ मेले की शुरूआत गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई से ही हो जाएगी। दूर-दराज के कांवड़ियों का आना शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध कर लिए गए हैं। हालांकि, औपचारिक शुरूआत गुरुवार 14 जुलाई से होगी। 

रुड़की से नीलकंठ तक करीब 60 किलोमीटर हाइवे को कांवड़ मेला क्षेत्र घोषित किया गया है। मेले के मद्देनजर पुलिस ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस क्षेत्र में 38 पुलिस सर्किल बनाए गए हैं। पुलिस ने आम आदमी से इस क्षेत्र में न आने की अपील की है। पहाड़ी जनपदों को जाने के लिए इसके अलावा मेरठ-बिजनौर-कोटद्वार और अन्य मार्गों का प्रयोग किया जा सकता है।

डीजीपी अशोक कुमार ने मंगलवार को कांवड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले की औपचारिक शुरूआत गुरुवार से हो रही है। हालांकि, पूर्णिमा 13 जुलाई से ही मेले की शुरूआत हो जाएगी। दूर-दराज के कांवड़ियों का आना शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध कर लिए गए हैं। बम निरोधक दस्ता, आतंकरोधी दस्ता, पुलिस फोर्स, घुड़सवार बल आदि तैनात कर दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि रुड़की से लेकर नीलकंठ का 60 किलोमीटर हाइवे कांवड़ियों के आवगमन के लिए रहेगा। 13 से 27 जुलाई तक यहां अत्यधिक भीड़ रहेगी। इसलिए आम आदमी के लिए और पहाड़ी जिलों को जाने वालों के लिए अलग से रूट निर्धारित किए गए हैं। पहले से ही व्यवस्था की जानकारी जारी कर दी गई है। आम जनता से अपील है कि वह पहाड़ आने के लिए मेरठ-बिजनौर- कोटद्वार और मुजफ्फरनगर-देहरादून मार्ग का प्रयोग करें।

मुख्यालय लेगा हर दिन का अपडेट 

कांवड़ मेले में किसी भी प्रकार की अराजकता का जवाब देने के लिए पुलिस तैयार है। पूरे क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर विभिन्न व्यवस्थाएं की गई हैं। इसकी निगरानी पुलिस मुख्यालय से लगातार की जाएगी। हर दिन का अपडेट मुख्यालय लेगा। कांवड़ियों से अपील है कि वह रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही हरिद्वार पहुंचे।

ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी

मेला क्षेत्र  में 10 हजार पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, 11 एसपी-एएसपी संभालेंगे जिम्मेदारी, 38 पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) तैनात, 5 आतंकरोधी दस्ते की टीमें, 400 सीसीटीवी कैमरे (300 हरिद्वार और 100 नीलकंठ क्षेत्र), 38 सर्किल में एक-एक ड्रोन कैमरे से होगी निगरानी।

नीलकंठ में पार्किंग की व्यवस्था बहुत कम

डीजीपी ने बताया कि हरिद्वार में पार्किंग की समुचित व्यवस्था है। चारधाम यात्रियों के लिए निर्धारित की गई पार्किंग को कांवड़ यात्रियों के लिए खोला जाएगा। ताकि यहां पर वाहन खड़े कर जल लिया जा सके। उन्होंने माना कि सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना नीलकंठ क्षेत्र में करना पड़ सकता है। यहां पर पार्किंग की व्यवस्था बहुत कम है। लक्ष्मण झूला क्षेत्र भी इसी तरह से है।

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