केदारनाथ धाम के कपाट खुले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुआ रुद्राभिषेक
-मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता जताई। जनकल्याण व आरोग्यता की कामना की। वहीं, श्री केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से रुद्राभिषेक हुआ। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर श्री केदारनाथ धाम सहित चारों धामों में प्रथम पूजा यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हो रही है। कपाट खुलते समय धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, डीएम मनुज गोयल सहित तीर्थ पुरोहित, प्रशासन पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के और चतुर्थ केदार श्री रूद्रनाथ जी के कपाट भी आज खुल रहे है।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधिविधान के साथ आज (सोमवार) मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रात: पांच बजे खुल गये हैं। कपाट खुलने की प्रक्रिया प्रात: तीन बजे से शुरू हो गयी थी। रावल भीमाशंकर, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह व डीएम रुद्रप्रयाग मनुज गोयल ने पूरब द्वार से मंदिर के मुख्य प्रांगण में प्रवेश किया। मुख्य द्वार पर पूजा-अर्चना की। मंत्रोचार के बाद ठीक पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये गये। मंदिर के कपाट खुलने के बाद मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने स्यंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया। निर्वाण दर्शनों के बाद श्रृंगार व रुद्राभिषेक पूजाएं की गयी।
श्री केदारनाथ धाम में भी प्रथम रुद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की ओर से की गयी। उन्होंने जनकल्याण की कामना की। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है। धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रहा है। यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।केदारनाथ के कपाट खुलते समय पूजापाठ से जुड़े चुंनिंदा लोग मौजूद रहे। धाम में मौसम सर्द है मंदिर के कुछ दूरी पर बर्फ मौजूद है। रास्ते में कहीं- कहीं हिमखंड नजर आ रहे है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण अस्थाई तौर पर यात्रा स्थगित है सभी लोग वर्चुअली दर्शन करें और अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।
महाराज के सुझाव पर सभी धामों में प्रधानमंत्री के नाम से रही पहली पूजा
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोरोना महामारी समाप्त होगी और जल्द ही चारधाम यात्रा शुरू होगी। उल्लेखनीय है कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नाम से जनकल्याण की भावना के साथ सभी धामों में प्रथम पूजा संपन्न करवायी जा रही है।
ऋषिकेश के सौरभ कालड़ा ग्रुप ने श्री केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया
श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर ऋषिकेश के दानीदाता सौरभ कालड़ा ग्रुप द्वारा श्री केदारनाथ मंदिर को 11 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर लिंग, केदार लिंग, मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह, डीएम मनुज गोयल, पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा, तहसीलदार जयराम बधाड़ी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला,मंदिर प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला व प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी, महावीर तिवारी, मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।
कपाट खुलने के बाद केदारनाथ मास्टर प्लान काम में आयेगी तेजी
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया की श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ मास्टर प्लान काम में तेजी आयेगी।
कपाट खुलने के दौरान कोरोना बचाव मानकों का पालन किया गया। मास्क, सेनिटाईजर, थर्मल स्क्रीनिंग अनिवार्य किया गया। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कपाट खुलने के लिए एसओपी द्वारा दिशा निर्देश जारी किये हैं। केदारनाथ में जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत, जल संस्थान की टीम अपना कार्य कर रही हैं।
मंगलवार कल को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा। तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट आज दोपहर में खुल रहे है जबकि चतुर्थ केदार रुद्रनाथ जी के कपाट भी आज खुल रहे हैं। द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई को खुल रहे हैं। जबकि गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब एवं श्री लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं है।