उड़ान रद्द होने पर पूरा किराया होगा वापस, बोर्डिंग पास करना होगा जमा
22 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। 24 अप्रैल से केदारनाथ हेली सेवा शुरू हो जाएगी। हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी के माध्यम से की जाएगी।
चारधाम यात्रा में केदारनाथ हेली सेवा के लिए टिकट रद्द करने और किराया वापस करने की नीति उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने तैयार कर ली है। खराब मौसम, तकनीकी कारण या सरकार के आदेश पर हेली सेवा की उड़ान रद्द होती है तो यात्रियों को पूरा किराया वापस किया जाएगा। पांच दिन पहले टिकट बुकिंग रद्द करने पर किराये की 75 प्रतिशत राशि यात्री को वापस लौटाई जाएगी।
यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि यदि कोई यात्री हेली सेवा के स्लॉट टाइम से एक घंटे पहले हेलीपैड पर नहीं पहुंचता है, तो माना जाना जाएगा कि यात्री नहीं पहुंचा है। ऐसे में यात्री को किराया वापस नहीं होगा। इसके अलावा 24 घंटे पहले टिकट रद्द करने पर कोई रिफंड नहीं होगा। तय समय से पहले 24 घंटे से 48 घंटे के बीच टिकट रद्द करने पर 25 प्रतिशत, 48 घंटे से पांच दिन में 50 प्रतिशत और पांच दिन से पहले टिकट रद्द करने पर 75 प्रतिशत किराया वापस किया जाएगा। हेली सेवा रद्द होने की स्थिति में यात्रियों को पूरा किया वापस किया जाएगा। इसके लिए यात्रियों को बोर्डिंग पास हेलीपैड पर कंपनी के काउंटर पर जमा करना होगा।