सचिन पायलट को राहत, अशोक गहलौत खेमे में हड़कंप
देहरादून। राजस्थान हाईकोर्ट ने सचिन पायलट और 18 विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष के कार्रवाई वाले नोटिस पर रोक लगा दी है। अब इनको विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस का जवाब देने की जरूरत नहीं है। कोर्ट का निर्णय आने के बाद राजनीतिक विवाद में सचिन पायलट को जहां शुरूआती जीत मिली है, वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलौत खेमे में हड़कंप मच गया है।
राजस्थान कांग्रेस में विवाद के बाद पार्टी ने सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। व्हिप जारी होने के बाद भी पार्टी की मीटिंग में न पहुंचने पर सचिन व 18 विधायकों पर दल बदल का आरोप लगाते हुए, उनकी विधायकी खत्म करने पर कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। विधानसभा अध्यक्ष ने सचिन सहित 19 विधायकों को बैठक में शामिल न होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था, नोटिस का जवाब न देने पर इनकी विधानसभा सदस्यता यानी विधायकी खत्म करने की धमकी दी गई थी। इस पर सचिन पायलट ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि पार्टी बैठक में उपस्थित न होने पर विधानसभा अध्यक्ष नोटिस जारी नहीं कर सकते। विधानसभा अध्यक्ष का नोटिस देना गलत है। इस पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष ने नोटिस पर रोक लगा दी है। कोर्ट के आदेश के बाद सचिन पायलट खेमे में उत्साह का माहौल है तो अशोक गहलौत खेमे में हड़कंप मचा हुआ है। खुद अशोक गहलौत परेशान हो गए हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अब अशोक गहलौत सोमवार को विधानसभा सत्र बुला सकते हैं और उसमें शामिल होने के लिए सभी विधायकों को व्हिप जारी कर सकते हैं। पायलट खेमा इससे निपटने की रणनीति में जुट गया है।