कथाकार कुसुम भट्ट को मिलेगा गया प्रसाद खरे सम्मान
-कुसुम भट्ट उत्तराखंड मूल की लेखिका हैं और देहरादून में रहती हैं। कुसुम भट्ट के सब तक पांच कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके है और अनेक सम्मान मिल चुके हैं।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। प्रख्यात कथाकार कुसुम भट्ट को गया प्रसाद खरे सम्मान से नवाजा जाएगा। सम्मान भोपाल में आयोजित समारोह में 26 दिसम्बर को उन्हें सम्मान प्रदान किया जायेगा। कुसुम भट्ट को उनके कहानी संग्रह ‘नदी की उंगलियों के निशान’ के लिए दिया जा रहा है। गौरतलब है कि इसी महीने नवंबर में कुसुम भट्ट को तिलका मांझी राष्ट्रीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
कुसुम भट्ट के सब तक पांच कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके है। जेम्स वाट की केतली, खिलता है बुरांश, लौट आओ शिशिर, नदी की उंगलियों के निशान और पिघल रही है बर्फ। उनकी तीन पुस्तकें प्रकाशाधीन है, इनमें प्रेम कहानियां, हिटलर की प्रेमकथा व उसकी आंखों का पानी (कविता संग्रह) शामिल हैं। कुसुम भट्ट को अनेक सम्मान मिल चुके हैं। नेपाल, चेन्नई, पटना नेपाल, चेन्नई, पटना व मेरठ में उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। उनकी कहानियां व लेख देश की प्रमुख पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशित होते हसीन। वहीं, आकाशवाणी, दूरदर्शन व राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों में भी उनकी शिरकत रहती है।