माँ धारी देवी की देव डोली 7 फरवरी को कुम्भ स्नान के लिए निकलेगी
-गढ़वाल भ्रमण के बाद 16 फरवरी को बसंत पंचमी पर माँ की देव डोली हरिद्वार पहुंचेगी और पावन गंगा स्नान करेगी
देहरादून (dehradun)। मां धारी देवी (Shari Devi) की डोली 7 फरवरी को अपने थान से कुम्भ स्नान (kumbh snan) के लिए निकलेगी। गढ़वाल भ्रमण के बाद 16 फरवरी को बसंत पंचमी (basant panchami) पर माँ की देव डोली (Dev doli) हरिद्वार (Haridwar) पहुंचेगी और पावन गंगा स्नान करेगी। यह जानकारी माँ धारी देवी नागराजा उपासक आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सुन्दरियाल जी महाराज (acharya surendra prasad sundriyal hi Maharaj) ने दी। महाराज ने बताया की माँ धारी देवी की देव डोली यात्रा 7 फरवरी 2021 (रविवार) को सिद्ध पीठ माँ धारी देवी मन्दिर से पूजन यज्ञ के बाद कुम्भ पर्व पर स्नान व नगर भ्रमण के लिए प्रस्थान करेगी। मन्दिर से प्रस्थान के बाद केदार घाटी के विभिन्न क्षेत्रों मे माँ की देव डोली भर्मण करेगी।
7-10 फरवरी तक केदारघाटी (Kedar ghati) के सिद्धपीठों के दर्शनकर 11 फरवरी को रुद्रप्रयाग (rudraprayag) स्नान करेगी। 12 फरवरी को श्रीनगर (अदिति वेडिंग पॉइंट) (shrinagar) में माँ की डोली दर्शन कार्यक्रम होगा। उसके बाद माँ राजराजेश्वरी मन्दिर देवलगढ़ माँ (deval garh) की देव डोली संध्या कालीन आरती मे शामिल होगी। 13 को पौड़ी (pauri) में डोली दर्शन कार्यक्रम होगा। 14 को कोटद्वार (kotdwar) व शाम को ऋषिकेश (Rishikesh) (त्रिवेणी घाट) में गंगा आरती में माँ धारी देवी की देव डोली शामिल होगी।
हरिद्वार में कुम्भ स्नान के बाद मेरठ पहुंचेगी देव डोली
ऋषिकेश में रात्रि विश्राम कर देव डोली 15 को ऋषिकेश में भ्रमण करेगी। 16 फरवरी को बसंत पंचमी पर माँ की देव डोली हरिद्वार (Haridwar) में स्नान करेगी। यज्ञ के बाद दोपहर में रुड़की मे पूजन व संध्या कालीन आरती मेरठ के गढ़वाल भवन में होगी। 17 फरवरी को गढ़वाल भवन में सुबह डोली दर्शन कार्यकर्म होगा। गढ़वाल सभा के अध्यक्ष ओपी रतूड़ी (op Raturi) ने बताया है कि कोविड-19 को देखते हुए यात्रा मे इस वर्ष कम सदस्य होंगे। डोली यात्रा में इस वर्ष पूजन-दर्शन कार्यक्रम ही मुख्य होगा। माँ धारी देवी डोली यात्रा रात्रि में डोली यात्रा के मुख्य यजमान संजय शर्मा दरमोड़ा (sanjay Sharma darmoda) के निवास पर संध्या आरती व रात्रि विराम के लिए पहुंचेगी।
18-25 फरवरी दिल्ली भ्रमण पर रहेगी देव डोली
18 फरवरी से 25 फरवरी तक माँ धारी देवी की देव डोली दिल्ली (dehli) के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण करेगी। 27 फरवरी को पूर्णमासी पर माँ भगवती ब्रह्मकुंड में स्नान कर अपने थान नेहरू कालोनी की ओर प्रस्थान करेंगी।
जन जागृति का काम करेगी यात्रा
देहरादून में रविवार को इष्ट देव समिति और राज्य आंदोलनकारी मंच के तत्वावधान में हुई बैठक में मां धारी देवी की देव डोली कुम्भ स्नान व भ्रमण कार्यक्रम पर चर्चा हुई। चर्चा के बाद सर्वसम्मति से देवड़ोली भ्रमण कार्यक्रम तय किया गया। वक्ताओं ने कहा कि इस बार डोली यात्रा उत्तराखंड की देव संस्कृति व अपने ईष्ट देवी-देवताओं के लिए जन-जागृति का काम करेगी। इस वर्ष यात्रा सादगी पूर्ण सम्पन्न होगी। रविवार की बैठक में प्रदीप कुकरेती, कुसुम बिष्ट, मंजू नेगी, गीता रानी, आचार्य जनार्दन थपलियाल, पंडित मनोज धस्माना, राम लाल खंडूड़ी आचार्य सुनील प्रसाद ममगाईं आदि मौजूद रहे।
देव डोली यात्रा के साक्षी बनें: कुकरेती
रविवार के कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने की। कुकरेती ने बताया की माँ धारी देवी मन्दिर से देव डोली यात्रा के शुभारंभ पर श्रद्धालु यात्रा के साक्षी बनेंगे। भक्तों को मां भगवती धारी देवी का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। उन्होंने देहरादून की धार्मिक, सामाजिक व कीर्तन मंडलियों का आह्वान किया कि 7 फरवरी को सिद्ध पीठ मां धारी देवी मंदिर में पहुंचकर डोली यात्रा के साक्षी बने। इस यात्रा के माध्यम से नौजवान पीढ़ी को अपने उत्तराखंड की संस्कृति को जानने व पहचानने का शुभ अवसर प्राप्त होगा।