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तीरथ सिंह रावत की कार्यशैली से भगत सिंह कोश्यारी गदगद, पत्र लिखकर दिए सुझाव

-उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को लिखा पत्र। जनहित के काम के लिए दिए सुझाव

शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो) (shabd rath news)। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की शुरूआती कार्यशैली से लोगों की उनसे उम्मीदें बढ़ गई हैं। जनता के साथ ही राजनीतिज्ञों को भी उनकी कार्यशैली ने प्रभावित किया है। इसी का परिणाम है कि अच्छा काम करने के लिए उन्हें निरंतर सलाह/सुझाव भी मिल रही है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री (ex chief minister) व वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल (governor of Maharashtra) भगत सिंह कोश्यारी (bhagat Singh koshyari) ने तीरथ को बाकायदा पत्र लिखकर सुझाव दिए हैं।

राज्यपाल कोश्यारी ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (chief minister Tirath Singh Rawat) को पत्र लिखकर राज्य में विकास प्राधिकरण समाप्त करने की पैरवी की। साथ ही सुझाव दिया कि उत्तराखंड में जमीन से जुड़ी परेशानियों को देखते हुए भूमि सुधार आयोग गठित किया जाना चाहिए। साथ ही राज्य के विकास के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने और मेडिकल कॉलेजों की स्थिति सुधारने के सुझाव भी दिए गए हैं।

भूमि सुधार आयोग की तत्काल जरूरत

पत्र में कोश्यारी ने कहा है कि राज्य के विकास के लिए दीर्घकालिक व तात्कालिक योजनाएं तैयार किए जाने की जरूरत है। राज्य बनने के बीस साल बाद भी राज्य में भूमि सुधार नहीं कर पाए हैं। विशेषरूप से पर्वतीय क्षेत्रों में भूमि को आवश्यकता से अधिक वर्गों में बांट दिया गया है। वहां संयुक्त खातों की वजह से लोगों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। आमजन की परेशानी की देखते हुए तत्काल भूमि सुधार आयोग गठित करना चाहिए। इसमें जानकार रिटायर आईएएस अधिकारी के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता को शामिल किया जा सकता है।

मेडिकल कालेजों को सशक्त बनाने की सलाह

कोश्यारी ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों की स्थिति सुधारने की भी जरूरत बताई है। सभी मेडिकल कॉलेजों की देखभाल के साथ उन्हें सशक्त बनाने पर जोर दिया गया। विशेष रूप से रुद्रपुर और अल्मोड़ा स्थित मेडिकल कॉलेजों जल्द शुरू करने की सलाह दी गई।

पर्यटन के लिए प्रयास की जरूरत

राज्य में सुंदर प्राकृतिक संपदा के बावजूद पर्यटन गतिविधियां न बढ़ने पर कोश्यारी ने चिंता जताई। उन्होंने लिखा कि स्वच्छता-स्वास्थ्य जैसे सेंटरों पर ध्यान देने की जरूरत है। राज्य में रेल और सड़क नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है। ऐसे में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए पर्यटन की दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।

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