दुष्कर्म के आरोपी विधायक महेश नेगी के खिलाफ एक और सबूत, मोबाइल ने खोला राज
देहरादून। दुष्कर्म के आरोपी द्वाराहाट के विधायक महेश नेगी का बचना अब मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। विधायक के खिलाफ आज एक और सबूत मिला है। विधायक ने पीड़िता का 2019 में सिनर्जी अस्पताल में इलाज करवाया था। अस्पताल के रिकार्ड से इसकी जानकारी पुलिस जांच टीम के हाथ लग गई है।
सत्ताधारी दल के विधायक होने के कारण दुष्कर्म के आरोप की जांच बहुत ही धीमी गति से हो रही है। लेकिन, अब तक जो भी जांच हुई है, उसमें विधायक फंसते जा रहे हैं। सामान्य रूप से अब तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उससे साबित हो रहा है कि पीड़िता का आरोप सही है। बावजूद इसके अभी तक पुलिस ने विधायक को गिरफ्तार नहीं किया है। गौरतलब है कि पीड़िता ने विधायक पर दुष्कर्म और विधायक से बेटी होने का आरोप लगाया है।
मोबाइल नंबर ने खोला राज
पीड़िता के आरोप की जांच करते हुए
गुरुवार को जांच अधिकारी पीड़िता को लेकर सिनर्जी अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के एमडी कमल गर्ग ने विधायक के अस्पताल आने की बात से साफ इंकार कर दिया। महेश नेगी से जुड़े रिकार्ड को कोई और व्यक्ति मानते हुए टालने की कोशिश भी की गई। लेकिन, पर्चे पर विधायक के मोबाइल नंबर ने राज खोल दिया। विधायक का मोबाइल नंबर पीड़िता ने पहचाना। इससे अस्पताल प्रबंधन कोई बहाना नहीं बना पाया।
लगातार तीन दिन पीड़िता को अस्पताल ले गए विधायक
जांच में उजागर हुआ कि विधायक महेश नेगी 30 जुलाई 2019 को सिनर्जी अस्पताल में जांच करवाई थी। जांच का समय सुबह 8 बजकर 45 मिनिट था। इससे 6 मिनिट पहले उसी दिन पीड़िता ने सिनर्जी अस्पताल में जांच करवाई। पीड़िता ने बताया कि विधायक ने 28, 29 और 30 जुलाई 2019 को तीन दिन सिनर्जी अस्पताल में पीड़िता की जांच करवाई थी। दूसरी तरफ, जांच टीम ने आज मधुबन होटल से भी मामले के जुड़े कागजात अपने कब्जे में ले लिए।
प्रधानमन्त्री मोदी को लिखी चिट्ठी
पीड़िता की ओर से मामले की धीमी व टालमटोल वाली जांच को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा गया है। वहीं, जांच अधिकारी के रवैए को लेकर एसपी क्राइम को भी शिकायत की गई है।