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देश के 75 युवा चित्रकार दिखाएंगे हुनर, एमकेपी कालेज देहरादून ने दिया मंच

-एमकेपी (पीजी) कॉलेज देहरादून, संस्कार भारती के सहयोग से आयोजित कर रहा है ऑनलाइन राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर। राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर की संयोजक एमकेपी (पीजी) कॉलेज चित्रकला विभागाध्यक्ष डॉ ऋचा कंबोज हैं। डॉ कांबोज राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नई दिल्ली की सदस्य भी हैं।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। एमकेपी (पीजी) कॉलेज देहरादून की ओर से संस्कार भारती उत्तराखंड के विशेष सहयोग से ऑनलाइन राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर आयोजित किया गया है। 26 जनवरी से शुरू हुआ शिविर 4 फरवरी चलेगा। भारत के 75वें स्वतंत्रता वर्ष के उपलक्ष्य में देशभर में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव प्रतीकात्मक रूप से 75 सप्ताह का मनाया जा रहा है। इसी क्रम में इस राष्ट्रीय शिविर में प्रतिभागी युवा कलाकारों की संख्या 75 रखी गई है। देशभर के 75 प्रतिभावान युवा कलाकार शिविर में भाग लेंगे।

राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर की संयोजक एमकेपी (पीजी) कॉलेज चित्रकला विभागाध्यक्ष डॉ ऋचा कंबोज हैं। डॉ कांबोज राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नई दिल्ली की सदस्य भी हैं। राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर के समन्वयक प्रो सरोज रानी (बीएचयू), संतोष साहनी देहरादून, डॉ बिंदु अवस्थी आगरा, डॉ अलका आर्य रुड़की, डॉ एकता बिष्ट श्रीनगर, डॉ वंदना शर्मा कानपुर, डॉ रिंपी अग्रवाल, डॉ गगन गंभीर जालंधर, डॉ रचना पांडे व निशांत पंवार देहरादून है।

शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो हर्षवर्धन शर्मा (अध्यक्ष, सलाहकार समिति राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय नई दिल्ली) ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता की वंदना व सरस्वती वंदना से हुआ। सरस्वती वंदना का गायन कुमारी वैदेही खंडूरी ने किया।

मुख्य अतिथि प्रो हर्षवर्धन शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर का आयोजन स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अवसर पर किया जाना बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। क्योंकि, शिविर के दौरान युवा कलाकार ऐसे कई स्वतंत्रता संग्राम के अनसंग हीरो व स्वतंत्रता सेनानियों के चित्र सृजित करेंगे। इनके माध्यम से उनकी गौरव गाथा जन सामान्य तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कार्यक्रम में सम्मिलित युवा पीढ़ी को स्वतंत्र संग्राम के अनसंग हीरोज के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे सेनानी के बारे में जानकारी स्थानीय स्तर तक ही सीमित रही है। लेकिन, इस कार्यक्रम की प्रतिभागी युवा कलाकार अनसंग अजंता सेनानियों को तलाशने की कोशिश करेंगे। कुछ नये स्वतंत्रता सेनानियों के चेहरे उभर कर सामने आएंगे।

संस्कार भारती उत्तराखंड के महामंत्री पंकज अग्रवाल ने संस्कार भारती की स्थापना व संस्कार भारती के भारतीय संस्कृति के संवर्धन में योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय सभ्यता को विश्व पटल पर लाने में संस्कार भारती की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। संस्कार भारती का मानना है कि कला, संस्कृति की संवाहिका है। ललित कला मनुष्य को नर से नारायण बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर के माध्यम से युवा कलाकारों व युवा पीढ़ी को देश की स्वतंत्रता, गणतंत्रता दिवस व राष्ट्र प्रेम में सहभागिता का अवसर मिलेगा।

संस्कार भारती के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ गिरीश चंद्र शर्मा ने संस्कार भारती के संस्थापक महामंत्री वाकणकर के द्वारा भारतीय सभ्यता व संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलाने व उनके योगदान से अवगत कराया। उन्होंने युवा कलाकारों को अंतश्चेतना की शक्ति को बढ़ाने व इस दिशा में प्रयास करने पर भी बल दिया।

संस्कार भारती उत्तराखंड के मंत्री रोशन लाल अग्रवाल ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए आयोजकों की प्रशंसा की। कहा कि तूलिका के माध्यम से महान श्रद्धा स्वतंत्रता सेनानियों की वीरगाथाओं का अंकन करना भी देशभक्ति का पर्याय है। कॉलेज की प्राचार्य डॉ रेखा खरे ने कहा कि राष्ट्रीय युवा शिविर के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों से स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के 75 वर्ष के अवसर पर 75 युवा कलाकार कलाकृतियों का निर्माण करेंगे। जो देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सही अर्थों में श्रद्धांजलि होगी। साथ ही युवा पीढ़ी में देशभक्ति व देश प्रेम का भाव उत्पन्न होगा।

शिविर के शुभारंभ पर चंद्रगुप्त विक्रम, भारती पांडे, वीना चंद्रा, संतोष साहनी, प्रो सरोज रानी, डॉ बिंदु अवस्थी, डॉ वंदना शर्मा, डॉ गगन गंभीर, निशांत पंवार व गणमान्य अतिथिगण उपस्थित रहे।

शिविर में युवा कलाकार इन विषयों पर बनाएंगे पेंटिंग

-भारत के स्वाधीनता आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका

-किसी महान स्वतंत्रता सेनानी के स्वतंत्र आंदोलन में योगदान का दृश्य

-भारत के स्वाधीनता के आंदोलन में अपने क्षेत्र के अनसंग हीरो की भूमिका

-भारत के स्वाधीनता के आंदोलन में महिला आंदोलनकारियों की भूमिका

-1947 से आज तक 75 वर्षों में भारत के विकास में चित्रकला का योगदान

चयनित सर्वश्रेष्ठ कलाकृतियों होंगी पुरस्कृत

ऑनलाइन राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर की संयोजक डॉ ऋचा काम्बोज ने बताया कि राष्ट्रीय युवा चित्रकार शिविर देश की युवा पीढ़ी को देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों व अनसंग हीरोज के प्रति कृतज्ञता का भाव रखने व राष्ट्रप्रेम का संदेश देने में सफल होगा। साथ ही भारत के स्वतंत्रता संग्राम, स्वतंत्रता सेनानियों व देश प्रेम से ओतप्रोत विषय वस्तु पर निर्मित कलाकृतियों के माध्यम से देश के स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण यादगार घटनाओं को दृश्य कला के माध्यम से संकलित करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। शिविर में निर्मित कलाकृतियों की समीक्षा ख्याति प्राप्त कलाकारों का निर्णायक मंडल करेगा। चयनित सर्वश्रेष्ठ कलाकृतियों को पुरस्कृत किया जाएगा। शिविर के बाद राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। उसमें इन कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा। कलाकृतियों के कैटलॉग का लोकार्पण भी इस अवसर पर होगा।

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