देहरादून नगर निगम ने पास किया 5 अरब का बजट, काम हुआ तो बदलेगी शहर की सूरत
-मेयर सुनील उनियाल गामा की अध्यक्षता में सोमवार को नगर निगम की बैठक हुई। कोरोना काल के चलते बैठक को जल्द निपटाया गया। बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए
देहरादून (dehradun)। नगर निगम देहरादून (Nagar Nigam dehradun) ने विकास योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए पांच अरब रुपये का बजट पास किया है। हालांकि, इसमें निगम के खर्चे भी शामिल हैं, लेकिन इसमें से आधा बजट भी विकास कार्यों पर खर्च हुआ तो शहर की सूरत बदल सकती है। निगम बोर्ड ने शहर के प्रमुख चौराहों को दिल्ली की तर्ज पर ट्रैफिक सिग्नल फ्री करने को भी मंजूरी दी है। शहर में नए स्मार्ट वेंडिंग जोन समेत दस वेडिंग प्वाइंट व नए वार्डों में स्मार्ट बस शेल्टर बनाना भी मंजूर किया है। वहीं, पटेल पार्क में नगर निगम की ओर से 100 फीट से ऊंचा तिरंगा लगाने का भी निर्णय लिया गया।
सोमवार को नगर निगम को बोर्ड बैठक (Nigam board meeting) मेयर सुनील उनियाल गामा (Meyer Sunil uniyal Gama) की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जनवरी नए वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान शुरू करने और एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का भी निर्णय लिया गया। इसके साथ कई अन्य फैसले भी दिए गए। बैठक में विधायक खजानदास (MLA khan das) व उमेश शर्मा काऊ (MLA Umesh Sharma kau), नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय (Vinay Shankar Pandey) व निगम के अधिकारी मौजूद रहे। भाजपा पार्षद अमिता सिंह, सतीश कश्यप, भूपेंद्र कठैत, दिनेश चंद्र सती, अजय सिंघल, कांग्रेस की पार्षद कोमल बोहरा, मामचंद, रमेश बुटोला आदि ने भी सुझाव दिए।
भाजपा-कांग्रेस के पार्ष दों में तू-तू मैं-मैं, 20 मिनिट रुकी बैठक
बैठक में कांग्रेस के नेता व निगम के नेता प्रतिपक्ष डॉ विजेंद्र पाल सिंह जब अपने प्रस्ताव पर मेयर के साथ चर्चा कर रहे थे, तभी भाजपा के कुछ पार्षदों ने उन पर टिप्पणी शुरू कर दी। भाजपा पार्षदों ने डॉ पाल पर बैठने के लिए दबाव भी बनाया। इस पर डॉ पाल व कांग्रेसी पार्षद गरम हो गए। दरअसल, बैठक की शुरुआत में ही मेयर ने तय कर दिया था कि कोरोना के चलते बैठक जल्दी निबटानी है। चुनिंदा पार्षदों को ही बोलने की अनुमति मिलेगी। इसके लिए पार्षदों की सूची भी बनाई गई, लेकिन डॉ पाल शुरुआत से लेकर बैठक में कई दफा उठकर बोलते रहे। भाजपा पार्षदों ने विरोध किया तो कांग्रेसी पार्षदों ने बैठक के बहिष्कार का एलान कर दिया और बाहर जाने लगे। डॉ पाल तो महापौर के सामने मंच तक पहुंच गए व नाराजगी जाहिर की। भाजपा पार्षद अमिता सिंह के साथ भी डॉ पाल की तीखी नोकझोंक हुई। महापौर और भाजपा पार्षद दिनेश चंद्र सती ने डा. पाल को समझाया। इस दौरान करीब बीस मिनट तक बोर्ड की कार्रवाई रुकी रही। महापौर ने डॉ पाल को बोलने की इजाजत दी, तब कांग्रेसी पार्षद शांत हुए और कार्रवाई आगे बढ़ी।
अबकी बार 100 के अंदर आना लक्ष्य
मेयर गामा ने कहा कि निगम का पूरा फोकस जनवरी से होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण पर है। पिछली बार निगम 124वें नंबर पर था। इस बार लक्ष्य 100 नंबर के अंदर आना है। उन्होंने सभी पार्षदों व जनता से सफाई को लेकर सक्रियता से जुटने का आह्वान किया।
गंदगी पर क्षेत्रीय लोग करेंगे चालान
नगर आयुक्त ने बताया कि प्रत्येक वार्ड में पार्षद की देखरेख में स्वच्छता सेना बनाई जाएगी। इसमें क्षेत्र के सक्रिय लोग शामिल होंगे, उन्हें गंदगी पर चालान का अधिकार दिया जाएगा। चालान में छूट का अधिकार सिर्फ महापौर के पास रहेगा। कोरोना काल में अपने स्वास्थ्य व जान की परवाह किए बिना शहर में सफाई को लेकर रात-दिन एक करने वाले नगर निगम के सभी सफाई कर्मचारियों को बोर्ड ने इनाम देने का एलान किया। मेयर ने सम्मान के रूप में सफाई कर्मचारियों को पांच-पांच हजार रुपये की राशि कोरोना योद्धा के नाम पर देने की घोषणा की। मृत पशुओं के लिए इलेक्ट्रिक शवदाह गृह बनेगा
कचरे से भरी नदियों को किया जाय साफ़: काऊ
विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि जनवरी में स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन शहर की नदियां कचरे से भरी हुई हैं। इनकी सफाई की जानी चाहिए। काऊ ने सभी मुख्य मार्गों पर ज्यादा रोशनी क्षमता वाली लाइटें लगाने की बात कही। विधायक काऊ ने अजबपुर में बनने वाले स्टेडियम के निर्माण कार्य पर भी नाराजगी जताई। कहा कि दो साल पहले विधायक निधि से इसके लिए पौने तीन करोड़ रुपये दिए थे। लेकिन, नगर निगम ने अब तक डीपीआर भी नहीं बनाई। वहीं, विधायक खजानदास ने साढ़े तीन मीटर से कम चौड़ी सड़कों के निर्माण का मामला उठाया। कहा कि ऐसी सड़कों का निर्माण नगर निगम करता है, इससे क्षेत्रीय निवासी परेशान हैं। उन्होंने मेयर गामा से इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करने का प्रस्ताव रखा।
निगम के भवन को पंचायत सचिव दे रहे किराए पर
पार्षद कविंद्र सेमवाल ने रायपुर क्षेत्र में पंचायत से नगर निगम में आ चुके पंचायत भवनों का मामला उठाया। आरोप लगाया कि पंचायत सचिव भवन से कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। बल्कि, भवन किराए पर दे रहे हैं। जबकि, अब यह निगम की संपत्ति है। मेयर ने भूमि अनुभाग को तत्काल नगर निगम की सभी संपत्तियों पर कब्जा लेने के निर्देश दिए।
मनोनीत पार्षदों को लेकर हंगामा
बैठक में निर्वाचित पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों के रवैये पर हंगामा किया। आरोप लगाया कि मनोनीत पार्षद जनता के बीच जाकर खुद को क्षेत्रीय पार्षद बता रहे हैं और निर्वाचित पार्षद को हटाने का हवाला दे रहे हैं। कांग्रेस के पार्षदों ने मनोनीत पार्षदों को हद में रहकर काम करने को कहा। इस पर मेयर ने कहा कि सभी मिलजुलकर काम करें।
लापरवाह ठेकेदार होंगे ब्लैकलिस्टेड
निर्माण कार्य आवंटित होने के बावजूद कई महीनों तक काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों को लेकर पार्षदों ने नाराजगी जताई। मेयर ने ऐसे ठेकेदारों को चिह्नित कर ब्लैकलिस्टेड करने के आदेश दिए।
यहां होंगे फ्री ट्रैफिक सिग्नल
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दर्शनलाल चौक, सहारनपुर चौक, प्रिंस चौक, तहसील रिस्पना पुल, बल्लूपुर चौक, बल्लीवाला चौक, बहल चौक, आराघर चौक, रेसकोर्स चौक आदि ट्रैफिक सिग्नल फ्री होंगे। नगर निगम खुद इसका खर्च उठाएगा।
नए वार्डों में लगेंगी 65 हजार एलइडी
नए वार्डों में जनवरी से 65 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू होगा। कंपनी को 30 अप्रैल तक यह काम हर हाल में पूरा करना होगा। सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइटों पर 49.50 लाख रुपये से टाइमर लगाए जाएंगे। छह नंबर पुलिया की तर्ज पर शहर में बनाए जाएंगे स्मार्ट वेंडिंग जोन। शहर में फेरीवालों का सर्वेक्षण कार्य कर उन्हें लाइसेंस दिए जाएंगे। नए वार्डों में पुराने वार्डों की तर्ज पर स्मार्ट बस शेल्टर बनाए जाएंगे।
निगम कर्मियों के बनेंगे गोल्डन कार्ड
निगम कर्मियों के गोल्डन कार्ड बनाने का पार्षद सतीश कश्यप का प्रस्ताव भी बोर्ड बैठक में मंजूर हो गया। मालवीय रोड पर निगम के पुराने कांप्लेक्स को गिराकर नया कांप्लेक्स बनाया जाएगा। साथ ही चंदरनगर में भी निगम एक कांप्लेक्स बनाएगा। बलबीर रोड व पटेलनगर रैन बसेरों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव दूर किया जाएगा।
निगम बनाएगा सांस्कृतिक भवन
पर्वतीय जन कल्याण को लेकर काम कर रहीं विकास समितियों को निगम पांच बीघा जमीन देगा। वहां उनके ऑफिस बनाए जाएंगे। एक सांस्कृतिक भवन भी बनेगा। निगम इसके लिए कमेटी बनाएगा, जो इस काम को करेगी। राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय देहरा राजपुर रोड पर पढ़ रहे गरीब बच्चों के लिए नगर निगम पांच बीघा जमीन पर एक भवन भी बनाएग ताकि, यहां पर और अधिक गरीब बच्चों को शिक्षा दी जा सके। अलकनंदा एन्क्लेव से मोहकमपुर जाने वाली सड़क का नाम मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार स्व. रूप सिंह तोपाल स्ततंत्रता संग्राम सेनानी के नाम पर रखा जाएगा। दून गढ़वाल ट्रैकर जीप कमांडर मालिक कल्याण संचालन समिति रिस्पना पुल को कोरोना के मद्देनजर भूमि किराए में छूट दी जाएगी।
गलियों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाने पर विचार
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में 700 सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं। इसके बाद निगम गलियों में भी कैमरे लगाने पर विचार कर रहा है। वहीं, सीवेज उठाने वाले टैंकरों की देखरेख के लिए भारत सरकार के आदेश पर कमेटी बनाई गई है। नगर आयुक्त कमेटी के अध्यक्ष होंगे, जो जल संस्थान व निजी टैंकरों के काम की समीक्षा करेंगे।
सिर्फ पीले रंग के ही होंगे निगम कार्यों के शिलान्यास बोर्ड
नगर निगम से जुड़े विकास कार्यों के शिलान्यास के बोर्ड में सिर्फ पीले रंग का होगा प्रयोग। राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय कंडोली का भवन बनाने के लिए नगर निगम ने निशुल्क भूमि देने का निर्णय लिया है। वहीं, वार्डों में खाली प्लाट पर समारोह व कार्यक्रम आयोजित करने वालों से निगम अब सफाई का शुल्क लेगा। जबकि, पलटन बाजार में अतिक्रमण अभियान के दौरान तोड़े गए छज्जों के बदले अस्थायी छज्जे बनाने की अनुमति देने के लिए विधिक राय ली जाएगी। हाईकोर्ट में इस पर 17 दिसंबर को सुनवाई होनी है।