नई शिक्षा नीति देशहित में, यदि ईमानदारी से हुई लागू

-अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड ने की नई शिक्षा नीति पर चर्चा
देहरादून। अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड की ओर से अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर नई शिक्षा नीति पर चर्चा की गई। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए एसोसिएशन के प्रांतीय महामंत्री जितेंद्र सिंह बुटोइया ने कहा कि नई शिक्षा नीति देशहित में हो सकती है, यदि इसको इमानदारी से लागू किया जाएगा।
मुख्य अतिथि अखिल भारतीय ओबीसी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामबचन राजभर ने आशंका जाहिर की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा को वर्णवादी व्यवस्था के आधार पर जोड़ने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है। अति विशिष्ट अतिथि अनुसूचित जाति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कालू सिंह ने जनसंख्या के अनुपात में सभी वर्गों के विद्यार्थियों को सभी स्तरों पर शिक्षा संस्थाओं में प्रवेश में प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की व्यवस्था की मांग की।
विशिष्ट अतिथि समाजसेवी विजय पाल सिंह आजाद व पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी गणेश शंकर दोहरे ने कहा कि शिक्षा से आदर्श नागरिक बनाते हुए मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जाना चाहिए। इस अवसर पर रेणु कुमारी भाटिया, सायरा आजाद, रामजीत, राजेंद्र कुमार, विक्रांत व उम्मेद लाल बेरवाण आदि मौजूद रहे।