एनएसयूआई ने किया उच्च शिक्षा राज्य मंत्री आवास कूच, पुलिस ने रोका
-उच्च शिक्षा में सरकार की ओर से जारी नए नियमों को वापस लेने की मांग लेकर है एनएसयूआई कि नाराजगी
-मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट ने लिया ज्ञापन, उसके बाद खत्म हुआ धरना
देहरादून (dehradun)। एनएसयूआई (Nsui) कार्यकर्तओं ने विभिन्न मांगों को लेकर आज यमुना कॉलोनी स्थित उच्च शिक्षा मंत्री (higher education minister) डॉ धन सिंह रावत (Dr dhan Singh Rawat) के आवास का घेराव करने के लिए कूच किया। कार्यकर्ता 12 बजे यमुना कॉलोनी चौक पर एकत्र हुए। वहां से नारेबाजी करते हुए वह आगे बढ़े। लेकिन, पुलिस बल कार्यकर्ताओं को रोक लिया। पुलिस के साथ कार्यकर्ताओं की तीखी नोंकझोंक भी हुई। लेकिन, पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इससे गुस्साए कार्यकर्ता मंत्री से मिलने की मांग को लेकर वहीं धरने पर बैठ गए। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं से बात की। कार्यकर्ताओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को मांगों से सम्बन्धित ज्ञापन सौंपा। उसके बाद ही धरना खत्म किया गया। कूच में एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक सिया मिनोचा, प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी, प्रदेश महासचिव आयुष गुप्ता, जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, विशाल भोजक, अभिषेक डोबरियाल, आदित्य बिष्ट, उदित थपलियाल, अंकित बिष्ट, प्रियाल ध्यानी, मिताली रावत, अजय रावत, विकास नेगी, नमन शर्मा, सौरभ कुमार, सागर पुंडीर, महेंद्र चौहान, उज्ज्वल आदि शामिल रहे।
एनएसयूआई की मुख्य मांग
-महाविद्यालयों से छात्रनिधि का 50 प्रतिशत रुपए उच्च शिक्षा निदेशालय को स्थानांतरित करने का फैसला वापस लिया जाए। एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी समेत अन्य 3 महाविद्यालयों से जो पौने 2 करोड़ रुपए लिए जा चुके हैं, उन्हें महाविद्यालयों को वापस किया जाए
-प्रदेश के 18 अशासकीय महाविद्यालयों के अनुदान रोकने का फैसला सरकार तत्काल वापस ले
मांग न मानने तक जारी रहेगा विरोध
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि जब तक उच्च शिक्षा मंत्री मांग नहीं मान लेते, तब तक एनएसयूआई विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी। छात्र निधि के रुपए से काम करवाकर मंत्री अपना प्रचार कर रहे हैं। सरकार को यदि महाविद्यालयों की स्थिति में सुधार लाना है तो शिक्षा पर होने वाला खर्चा बढ़ाए।