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प्रधानमंत्री मोदी को डिग्री मेल करेंगे छात्र-छात्रा, एनएसयूआई शुरू किया कैंपेन

-एनएसयूआई देशभर में चला रही है कैंपेन ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’। उत्तराखंड में शुरू किया कैंपेन।एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी सतवीर चौधरी ने मीडिया की दी जानकारी

देहरादून (Dehradun)। एनएसयूआई (NSUI) के देशभर में चल रहे कैंपेन को ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ को उत्तराखंड में लॉन्च किया जा रहा है। इसकी जानकारी एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी सतवीर चौधरी (nsui national secretary and uttrakhand incharge satvir Chaudhary) ने पत्रकारों से बातचीत में दी। कैंपेन के तहत देशभर के छात्र-छात्राएं नौकरी न मिलने के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी डिग्री मेल करेंगे। साथ ही चिट्ठी भी लिखेंगे। चौधरी ने कहा कि कहा कि आजाद भारत में वर्तमान में बेरोजगारी का स्तर सबसे ज्यादा है, जो कि दुखद स्थिति है।
कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेसवार्ता (press conference) में चौधरी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने सबसे बड़ा धोखा देने का काम छात्र वर्ग के साथ किया है। जिस तरीके से उनको बड़े-बड़े सपने दिखाए गए थे, 2-2 करोड़ नौकरियां देने का वायदा किया था। लेकिन, छात्र वर्ग खुद को ठगा महसूस कर रहा है।

डिग्री होगी मेल तो जाएगी चिट्ठी भी

कैंपेन के तहत देशभर के स्टूडेंट्स अपनी डिग्री प्रधानमंत्री जी को मेल करेंगे, प्रधानमंत्री को चिट्ठी पोस्ट करेंगे। शायद उन चिट्ठियों को देखकर प्रधानमंत्री को ये अहसास हो कि युवाओं के पास डिग्रियां पड़ी हैं, लेकिन उन्हें रोजगार व नौकरी देने की घोषणा करने वाली सरकार लिए असफल है।

मिस कॉल कर कैंपेन से जुड़ें

कैंपेन से जुड़ने के लिए मिस कॉल नंबर भी दिया गया है, 7290800850। इस नंबर पर मिस कॉल देकर देशभर स्टूडेंट्स कैंपेन से जुड़ सकते हैं।

कैसे होगी प्लेसमेंट सरकार ने नहीं सोचा

चौधरी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से बेरोजगारी आज सबसे ज्यादा है, जिससे स्टूडेंट्स फोर्स हो चुके हैं कि उनकी जो डिग्री है, वो किसी काम की नहीं रही है। उन्होंने कहा कि अनप्लॉन तरीके से लॉकडाउन भी जब किया गया, तो उसमें कहीं पर भी इस चीज को सुनिश्चित या कोई प्लानिंग नहीं रखी गई। जो फाइनल ईयर के बच्चे थे, उनकी प्लेसमेंट कैसे होगी, क्योंकि कैंपेस क्लोज थे। तो प्लेसमेंट जो थी, उन फाइनल ईयर स्टूडेंट्स की बिल्कुल नहीं हो पाई। एसएससी एग्जाम की बात करूं तो हमने देखा कि सबसे पहले एसएससी एग्जाम में कैसे स्कैम होता है। 2-2 साल तक एसएससी के जो स्टूडेंट्स हैं, उनके एग्जाम नहीं होते। 2 साल का उनका सैशन जो है, वो वेस्ट होता है, जिसका सीधा-सीधा फर्क रोजगार पर पड़ता है और बेरोजगारी बढ़ती है।

रेलवे आवेदन के नाम पर सरकार ने करोड़ों बटोरे

चौधरी ने कहा कि रेलवे में नौकरी के नाम पर सरकार ने 1,250 करोड़ रुपए फीस के रूप में आवेदन ने नाम पर बच्चों से जमा कराए। उनका भी एग्जाम दो से तीन साल के बाद करवाया जाता है। तो इस तरीके से कई ऐसे उदाहरण हैं, जो साफ़ दिखाते हैं कि सरकार स्टूडेंट्स को रोजगार देना तो दूर, इस विषय पर चर्चा तक नहीं करती। ऐसी स्थिति को देखते हुए एनएसयूआई का एक प्रयास है कि सरकार को जगाने के लिए ‘नौकरी दो या डिग्री वापस लो’ कैंपेन शुरू किया है।

कार्यकारिणी बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

प्रदेश प्रभारी ने एनएसयूआई प्रदेश कार्यकारणी की बैठक भी की। जिसमें प्रदेश के छात्र-छात्राओं के मुद्दों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष मोहन भण्डारी, प्रदेश महासचिव आयुष गुप्ता, गोपाल मोहन भट्ट, आकाश गौड़, सुमित लोहनी, जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, गौरव सागर, हरिओम भट्ट, राष्ट्रीय समन्वयक इरम बेग, अभिषेक डोबरियाल, मनीष परमार, हिमांशु रावत, प्रियल ध्यानी, कोमल खुराना, आदित्य बिष्ट, सावन राठौर, उदित थपलियाल, वाशु शर्मा, अंकित बिष्ट, अनुभव, नीरज रावत, उत्कर्ष जैन, विकास नेगी, प्रकाश नेगी, नेहा रावत आदि मौजूद रहे।

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