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पहाड़ी वाद्य यंत्र के उस्ताद को मिलेगा 51 हजार रुपए का नगद पुरस्कार

-वरिष्ठ फिजिशियन व चारधाम अस्पताल के संचालक डॉ केपी जोशी पहाड़ी वाद्य यंत्रों को बजाने वाली छुपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए आयोजित करवा रहे हैं प्रतियोगिता। प्रतियोगिता के लिए राज्य स्तर पर एक समिति का गठन किया जायेगा। जो जनपदों से संस्तुत प्रतिभागियों में से 5-5 प्रतिभाओं का चयन करेगी। विजेताओं को नकद पुरस्कार दिये जायेंगे। प्रथम पुरस्कार 51000, द्वितीय पुरस्कार 31,000 और तृतीय पुरस्कार 21000 रुपए का होगा।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उत्तराखंड के पारम्परिक वाद्य यंत्रों को बजाने वाली छिपी प्रतिभा को पहचान दिलाने का बीड़ा देहरादून के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ केपी जोशी ने उठाया है। उनकी इस मुहिम को सरकार का सहयोग भी मिल गया है। राज्य के 14 जिलों से छिपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के लिए प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में अव्वल आने वालों को पुरस्कार के साथ ही रोजगार भी दिलाया जाएगा। प्रथम पुरस्कार 51000, द्वितीय पुरस्कार 31,000 और तृतीय पुरस्कार 21000 रुपए का होगा।

उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में रविवार (आज) को आयोजित प्रेसवार्ता में चारधाम अस्पताल के संचालक डॉ केपी जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य में ऐसी प्रतिभाओं को चिन्हित कर उन्हें आगे लाने का एक प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक जिले से ऐसी 5 प्रतिभाओं को चिन्हित किया जायेगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य मुख्य रूप से दूर-दराज के क्षेत्रों से ऐसी प्रतिभाओं को ढूंढकर लाना है, जिन्हें राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर अभी तक प्रतिभा के प्रदर्शन का अवसर नहीं मिला है।

राज्य स्तर पर भी बनेगी समिति

प्रतिभागी किसी विशिष्ट कला जैसे परम्परागत वाद यंत्रों, संगीत, सांस्कृतिक परम्परा, शिल्प व कारीगरी से जुड़े होंगे। साथ ही रिंगाल, लकड़ी, ऊन, नेचुरल फाईवर, ताम्र आदि का काम करते हों। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर एक समिति बनाई जायेगी, जो ऐसी प्रतिभाओं को विभिन्न श्रोतों से चिन्हित कर, उनके प्रदर्शन के आधार पर संस्तुति करेगी। प्रत्येक जनपद से 5 प्रतिभाओं का चयन किया जायेगा। राज्य स्तर पर भी समिति का गठन किया जायेगा। जो जनपदों से संस्तुत प्रतिभागियों में से 5-5 प्रतिभाओं का चयन करेगी।

रोजगार देने का भी होगा प्रयास

प्रतियोगिता में सरकार की ओर से भी सहयोग करने की मंजूरी मिल गयी है। उद्योग विभाग इस काम में सहयोग करेगा। विजेताओं को योग्यतानुसार व्यवसायिक संस्थानों में रोजगार देने का प्रयास किया जायेगा। संगीत व वाद यंत्रों से सम्बन्धित प्रतिभाओं को जिला एवं राज्य स्तर पर प्रदर्शन का अवसर दिया जायेगा ताकि उनकी आमदनी में वृद्धि हो सकें। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। प्रेसवार्ता में उद्योग निदेशक सुधीर नौटियाल भी मौजूद रहे।

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