उत्तराखंड को नशामुक्त करने के मुख्यमंत्री धामी के संकल्प में उलेमा भी साथ: शादाब शम्स
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। पैग़म्बर मोहम्मद साहब के दामाद इस्लाम के चौथे ख़लीफ़ा व सूफी विचारधारा के प्रवर्तक हज़रत अली की योमे शहादत (बलिदान दिवस) पर गुरुवार को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स, पीरान कलियर में सज्जादा नशीन शाह अली मंज़र एजाज़ साबरी, देश के उलमा और सूफ़ी सज्जाद गान के साथ नशे के विरुद्ध अभियान का आह्वान किया।
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को 2025 तक नशामुक्त करने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संकल्प लिया है। ऐसे में हम सबका फर्ज है कि पीरान कलियर जैसी मुकद्दस सरज़मीं से हज़रत अली के बलिदान दिवस पर ये सन्देश पूरे मुल्क में जाय कि नशे के खिलाफ हमारे उलेमा और सज्जाद गान ने भी कमर कस ली है। शादाब शम्स ने कहा कि हज़रत अली के शासन में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर शराब पीने वालों पर सजा का प्रावधान भी किया था।
कार्यक्रम के व्यवस्थापक बहरोज़ आलम ने बताया कि 13 अप्रैल जुमेरात को हज़रत अली के बलिदान दिवस पर मनकबत, मिलाद, तक़रीर और फज़ाइएल पर उलेमा और सूफियों ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम संचालन दरगाह उर्स कार्यक्रम समिति के संयोजक व अंतरराष्ट्रीय शायर अफ़ज़ल मंगलोरी ने किया।
इस अवसर पर मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना ज़ाहिद रज़ा रिज़वी, हज कमेटी के अध्यक्ष खतीब अहमद, कारी गुलाम नबी नूरी, सूफी अदील लतीफी, मखदूम कुद्दुसी आदि ने भाग लिया। साथ ही महफ़िल ए समा का आयोजन भी हुआ। वहीं, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स ने दरगाह की तरफ से होने वाली सामूहिक रोज़ा अफ्तारी में शिरकत कर दरगाह की व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया।