कवि नवीन जोशी की एक गढ़वाली रचना.. कुन्नुर बिटि जु बौड़ी नि ऐनी
नवीन जोशी
टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड
कुन्नुर बिटि जु घरवाळि अर दगड़्यों संग बौड़ी नि ऐनी,
देश कि रक्षा मा वखि हर्चि गैनी
वु शान हमारी जान जनरल बिपिन रावत साहब जी तैं,
कोटि कोटि सल्यूट सलाम
कोटि कोटि सेमन्या प्रणाम
ज्वानि बिटी त्वेमा देश सेवा कु सपना छौ
1978 बिटी अपणु आदर्श सेवा देणु छौ
भला भला सस्कारों मा अपणु जजवा बणायी छौ
खैरी बिपदा खैक भि भारत की शान बढ़ौंदो छौ
चाही मगंतु पप्पु जना राजा बणद त्वेन देखि छा
फिर भी त्वेन 62 जनी घडी औण नि दीनि छा
ज्वानी उम्र बिटि भारत माता की सेवा मा
घरवाळि संग भि द्विया झणा सेवा करदा गैनी
मौत मुट्ठि मा ल्हीकि चलदा गैनी
देश की रक्षा मा अपणा हुनर बतौंदा गैनी
थाती माटी की सेवा मा वखि खपी गैनी
वु जनरल रावत साहब सल्युट सलाम
कोटि कोटि सल्युट सलाम
कोटि कोटि सेमन्या प्रणाम।।