वन विभाग के तीन अधिकारियों के खिलाफ महिला उत्पीड़न की जांच शुरू, पुलिस ने किया तलब
-वन विभाग की महिला डॉक्टर ने तीनों अधिकारियों पर काम में भेदभाव बरतने व मानसिक उत्पीड़न का लगाया है आरोप। पीड़ित के बयान हो चुके हैं दर्ज
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो) (shabd rath news)। वन विभाग (forest department) की महिला डॉक्टर (women doctor) से भेदभाव व मानसिक उत्पीड़न के मामले में पूर्व पीसीसीएफ सहित तीन आईएफएस के खिलाफ पुलिस जांच शुरू हो गई है। रविवार को सीओ सिटी ने उन्हें नोटिस भेजा है, उन्हें बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है। तीनों पर वन विभाग की महिला डॉक्टर ने काम में भेदभाव व मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर पुलिस जांच कर रही है। सीओ सिटी शेखर सुयाल की ओर से तीनों आईएफएस को नोटिस भेजा गया है। पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत राष्ट्रीय महिला आयोग को भेजी है। आयोग की ओर से एसएसपी देहरादून को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। अब जांच सीओ सिटी को सौंपी गई है। उन्होंने जांच शुरू कर दी है। पीड़ित महिला डॉक्टर के बयान हो गए हैं। उन्होंने अपने बयान में सभी आरोप दोहराए हैं। अब सीओ ने तीनों को बयान देने के लिए बुलाया है।
प्रमुख सचिव से भी की थी शिकायत
महिला डॉक्टर इनमें से एक अधिकारी पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए जनवरी में प्रमुख सचिव वन आनंद वर्द्धन से शिकायत की थी। महिला डॉक्टर ने आरोप लगाए थे कि उन्हें जानबूझकर काम करने से रोका जा रहा है ताकि वह परेशान होकर वापस अपने मूल विभाग में चली जाएं। जबकि, वह पिछले लंबे समय प्रतिनियुक्ति पर वन विभाग में हैं और कई अहम प्रोजेक्ट में काम कर चुकी हैं।
पीड़ित महिला डॉक्टर के बयान दर्ज
सीओ सिटी प्रथम शेखर सुयाल ने बताया कि तीनों अधिकारियों को समन भेजे गए हैं। पीड़ित डॉक्टर के बयान दर्ज कर लिए हैं। अब जल्द से जल्द तीनों अधिकारियों के बयान लेकर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। जो भी सामने आएगा उसकी जांच रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी जाएगी।