प्रेम पर ‘वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ”‘ की कुंडलियां….
वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ”
कवि/गीतकार
देहरादून, उत्तराखंड
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प्रेम पर ‘वीरेंद्र डंगवाल पार्थ’ की कुंडलियां
1-
कमलाक्ष से जब हुए उसके नयना चार
सुध-बुध गोरी की गई धूमिल हुआ श्रृंगार
घुमिल हुआ श्रृंगार प्रीत की रुत अलबेली
चुन-चुन गूंथे कुसुम चंपा जूही चमेली
नित-नित ताके नयन चकित चित्त गवाक्ष से
रागिन को अनुराग हो गया कमलाक्ष से।।
2-
चंदा तेरी प्रेरणा, महके कुंज निकुंज
मनभावन छवि मोहनी, तुम ऊर्जा के पुंज
तुम ऊर्जा के पुंज, मलय शीतल पुरवाई
मंद मंद मुस्काय, अधर प्रीती रुत आई
धरा से नभ छूने, चली है मन की नंदा
हम तो मिलन चाहें, सहम सकुचाए चंदा
3-
प्रीत लगन ऐसी लगी प्रतिपल है उल्लास
पान किया जब प्रेम रस बढ़ती जाती प्यास
बढ़ती जाती प्यास नयन में सपन सुहाने
हम तो समर्पित हैं बाकी चितचोर ही जाने
बंधन अटूट हो जैसे धरती नील गगन
हम तो मदहोश हुए हैं लागी प्रीत लगन
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सर्वाधिकार सुरक्षित।
प्रकाशित…..08/11/2020
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कवि परिचय
वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ”
कवि/गीतकार
संप्रति – पत्रकारिता
शिक्षा- एमकॉम, बीएड, पीजी डिप्लोमा इन कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग एवं मैनेजमेंट।
प्रदेश महामंत्री – राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसियेशन (वॉजा इंडिया)
लेखन– छंद, गीत, ग़ज़ल, कविता, कहमुकरी, माहिया, संस्मरण, कहानी (हिन्दी व लोकभाषा गढ़वाली)
प्रकाशित कृतियां – काव्य सौरभ (संयुक्त काव्य संग्रह), सृजन गुच्छ (संयुक्त काव्य संग्रह), अंग्वाल (संयुक्त काव्य संग्रह- गढ़वाली), वाह रे बचपन (संयुक्त संस्मरण संग्रह हिंदी)।
प्रकाशनाधीन – काव्य व कहानी संग्रह (हिंदी) काव्य व कहानी संग्रह (गढ़वाली)।
विशेष – 26 जनवरी व 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर आयोजित सरकारी कवि सम्मेलनों, राष्ट्रीय व स्थानीय स्तर पर कवि सम्मेलनों में प्रतिभाग
-दूरदर्शन देहरादून (हिंदी गढ़वाली) और आकाशवाणी नजीबाबाद से गढ़वाली कविताओं का निरंतर प्रसारण
– वर्ष 1987 से 1997 तक रंगमंच पर (बतौर अभिनेता ) सक्रिय, 1988 से काव्य गद्य लेखन, काव्यमंच पर 1999 से सक्रिय।
– 1995 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के जन्मदिवस पर उनके जन्म स्थान पोरबंदर गुजरात से वर्धा महाराष्ट्र तक निकली पैदल यात्रा में प्रतिभाग।
साहित्यिक व पत्रकारिता में उपलब्धियां, सम्मान –
– यूथ आइकॉन राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड (पत्रकारिता ) 2015
– मुंशी प्रेमचंद कहानीकार सम्मान- 2007
– विशिष्ट सेवा सम्मान -2013-14
– रीता शर्मा स्मृति साहित्य सम्मान- 2017
– सेवासेतु कवि रत्न सम्मान -2018
– हिंदी साहित्य रत्न सम्मान -2018
– उत्तराखंड साहित्य साधक सम्मान -2019
– राष्ट्रभाषा गौरव सम्मान -2019
– कोरोना वारियर सम्मान -2020
– कोरोना वारियर “मदद गुरु” सम्मान -2020
– स्पेशल कोरोना वारियर्स सम्मान -2020
मोबाइल – 9412937280, 7906483038
मेल – parth.sahara@gmail.com
पता -430 टी एस्टेट बंजारावाला, देहरादून, उत्तराखंड। 248001
Wah bahut khub
हार्दिक धन्यवाद पांड्या जी