लेखिका प्रेमलता सजवाण की ‘मुझे कुछ कहना है’ और ‘तु बोल त सै’ पुस्तकों का हुआ लोकार्पण
शब्द रथ न्यूज़ ब्यूरो। प्रेमलता सजवाण के हिंदी कविता संग्रह मुझे कुछ कहना है और गढ़वाली कविता संग्रह तु बोल त सै सयुंक्त लोकार्पण के बाद आम पाठको के लिए उपलब्ध हो गई है। लेखिका प्रेमलता सजवाण की इससे पूर्व एक हिंदी उपन्यास और एक गढ़वाली काव्य संग्रह पूर्व में प्रकाशित हुआ है।
लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदीप रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून विशिष्ट अतिथि साहित्यकार पयाश पोखड़ा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकेश नवानी अध्यक्ष धाद सामाजिक संस्था ने किया। हिंदी काव्य संग्रह “मुझे कुछ कहना है” की समीक्षा नंद किशोर हटवाल और गढ़वाली काव्य संग्रह “तु बोल तै सै” की समीक्षा बीना बेंजवाल ने की।
मंच का संचालक शांति प्रकाश जिज्ञाशु ने द्रा किया। गया
आज के कार्यक्रम में रमाकांत बेंजवाल, अंजना कंडवाल, विनीता मैठानी, मदन ढुकलान, शशि चौधरी, मीना जोशी, रक्षा बौड़ाई, सुनीता चौहान, ऊषा बहुगुणा, हरीश मनखी, हेमलता ममगाईं, कैलाश, सम्पति देवी आदि अन्य उपस्थित रहे।