राष्ट्रपति चुनाव: द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा कितना भारी, यशवंत सिन्हा कितने कमजोर
-राष्ट्रपति पद का चुनाव 18 जुलाई को होगा। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अंतिम तिथि 29 जून है।आंकड़ों को देखें तो द्रौपदी मुर्मू के सामने यशवंत सिन्हा कमजोर दिखाई दे रहे हैं। चुनावी गणित के लिहाज से वह रेस से बाहर होते दिख रहे हैं। देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा, इसकी असली तस्वीर तो जुलाई में ही खुलकर सामने आएगी।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ रही है। भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए की ओर से ओडिशा की आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। विपक्ष ने पूर्व वित्तमंत्री और पुराने भाजपाई नेता यशवंत सिन्हा पर दांव लगाया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी एकता भाजपा के सामने कितनी मजबूत है।
एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। एनडीए के पास अभी 5,26,420 मत हैं। राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए मुर्मू को 5,39,420 मतों की जरूरत है। चुनावी समीकरणों को देखें तो ओडिशा से आने के कारण सीधे तौर पर मुर्मू को बीजू जनता दल (बीजद) का समर्थन मिल रहा है यानी बीजद के 31000 मत भी उनके पक्ष में पड़ेंगे। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पहले ही द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दे चुके हैं। इसके अलावा वाईएसआर कांग्रेस भी साथ आती है तो उसके भी 43000 मत उनके होंगे। इसके अलावा आदिवासी के नाम पर राजनीति करने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए मुर्मू का विरोध करना मुश्किल है। झामुमो दबाव में आई तो मुर्मू को करीब 20000 वोट और मिल जाएंगे।
द्रौपदी मुर्मू के सामने यशवंत सिन्हा का पलड़ा काफी कमजोर है। एकमत विपक्ष के उम्मीदवार होने के बाद भी उनके पास फिलहाल 3,70,709 वोट हैं। हालांकि, यह भी देखना दिलचस्प होगा कि राजग के सामने विपक्षी एकता कितने समय तक कायम रह पाती है।
राजग- कुल मत – 5,26,420, जीत के लिए जरूरी – 5,39,420
बीजद (31,000 मत) व वाईएसआर कांग्रेस (43,000 मत) का समर्थन मिलने पर सत्तारूढ़ राजग की स्थिति : 6,00,420, आदिवासी के नाम पर राजनीति करने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए मुर्मू का विरोध करना मुश्किल। झामुमो दबाव में आई तो मुर्मू को करीब 20000 वोट और मिल जाएंगे। अभी झामुमो को छोड़ भी दें, तो राजग के पास छह लाख से ज्यादा मत हैं।
विपक्ष के पास करीब 3,70,709 वोट
यूपीए – 2,59,000, टीएमसी – 58,000, सपा – 28,688, वाम दल – 25,000 वोट
देखना दिलचस्प होगा कि राजग की ओर से आदिवासी महिला उम्मीदवार उतारे जाने के बाद विपक्ष में एकता कायम रहती है या नहीं।
नामांकन प्रक्रिया शुरू
एनसीपी चीफ शरद पवार के मुताबिक विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा 27 जून को नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं, एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू 25 जून को नामांकन दाखिल कर सकती हैं। राष्ट्रपति पद का चुनाव 18 जुलाई को होगा। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अंतिम तिथि 29 जून है।