सरकार रोजगार दो, एसएफआई ने मुख्यमंत्री को भेजा मांगपत्र
देहरादून। स्टूडेंट्स फैडरेशन आफ इण्डिया (एसएफआई) और भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) ने रोजगार की मांग को लेकर जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को रोजगार सहित 11 सूत्री मांगपत्र भेजा गया।
जिला मुख्यालय में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा है कि वर्ष 1981 से दोनों संगठन सबको शिक्षा, सबको काम के नारे के साथ संघर्षरत हैं।वर्तमान स्थिति शिक्षा रोजगार की स्थिति सबसे ज्यादा भयावह है। इसके लिये भाजपा सरकार जिम्मेदार है। राज्य की तरह ही देश में रोजगार की स्थिति नाजुक है। कोरना महामारी में बचे खुचे रोजगार के अवसर भी खत्म किये जा चुके हैं। श्रम कानूनों को ताक पर रखकर काम के घंटे 12 कर दिये हैं। वक्ताओं ने नई शिक्षा नीति का भी विरोध किया। इस अवसर पर एसएफआई के प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा, महामंत्री हिमांशु चौहान, राज्य कमेटी सदस्य सोनाली डीएवी इकाई उपाध्यक्ष अमन कंडारी, ज्योति आदि लोग मौजूद रहे।
एसएफआई की मांगें
सस्ती, वैज्ञानिक व रोजगारपरक शिक्षा, आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को चिन्हित कर उनकी फीस माफ, अन्य निशुल्क सुविधाएं, युवाओं को जीवनयापन के लिए स्वरोजगार व ऋण व्यवस्था उपलब्ध हो, कर्ज में डूबे युवाओं का कर्ज माफ किया जाय, मनरेगा दायरा बढ़ाया जाए, शहरी क्षेत्र में रोजगार की व्यवस्था, स्थानीय लोगों को रोजगार 27 फीसदी आरक्षण, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, मौजूदा एसटी-एससी के बैकलाग पदों पर भर्ती आदि।