इस्तीफा देने के बाद क्या होगा कैप्टन अमरिंदर सिंह का अगला कदम
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि राजनीति में हमेशा ही विकल्प होता है। मैं अपने साथियों के साथ बात करूंगा और फिर देखूंगा, सबसे बात करके ही आगे का फैसला लूंगा।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। पंजाब में सियासी घमासान के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder) ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद (Punjab CM Resign) से इस्तीफा दे दिया। कैप्टन और पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई नेताओं के साथ खटास बनी हुई थी, जिसके बाद आज शाम को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक से ठीक पहले कैप्टन ने मंत्रिमंडल के साथ त्यागपत्र दे दिया।
मीडिया से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं नहीं कह सकता कि कांग्रेस में रहना मुश्किल होगा या नहीं। मैंने अपनी जिंदगी के 52 साल पंजाब और पंजाब के लोगों को दिए हैं, इसके लिए खुशी भी है। कैप्टन की बीजेपी से नजदीकियों और अलग पार्टी बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस्तीफा दिए हुए एक घंटा ही हुआ है, मुझे कुछ समय चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा, मैं सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि राजनीति में हमेशा ही विकल्प होता है। मैं अपने साथियों के साथ बात करूंगा और फिर देखूंगा, सबसे बात करके ही आगे का फैसला लूंगा।
मेनिफेस्टो के 92% वादे पूरे
उन्होंने कहा मैंने पूरी ड्यूटी निभाई है। वह ऐसे बनाते हैं कि यह पूरा नहीं किया, वह वादा पूरा नहीं किया। यह सब झूठ है। तथ्य यह है कि मेनिफेस्टो के 92% वादे पूरे हो चुके हैं, बाकी के तीन-चार महीनों में होने थे। अभी तक सिर्फ चंद्रबाबू नायडू के समय में 83% हुआ था। मैंने मेनिफेस्टो के अलावा भी कई बातें पूरी की थीं। कल ही मैंने पूरे पंजाब में हेल्थ इंश्योरेंस की स्कीम पूरी कर दी, कोई भी गरीब बड़े से बड़े अस्पताल तक पांच लाख रुपये के इलाज के लिए जा सकता है। मैंने सबकुछ किया है।
सभी ने मुझे रिस्पेक्ट दी
गांधी परिवार से करीबी के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं जवाब नहीं दे सकता हूं। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे, मेरे से एक साल छोटे थे। मैं सोनिया गांधी और बच्चों को जानता हूं, सभी ने मुझे रिस्पेक्ट दी है। कैप्टन ने दावा किया कि हमारे मेनिफेस्टो में 430 प्वाइंट्स हैं और उसमें से सिर्फ 18 प्वाइंट्स ही छूटे हैं, बाकी सब हो चुके हैं। इसकी जानकारी मैंने सोनिया गांधी को भी दी थी। लेकिन, फिर भी मीडिया में यह बात उठाई जाती रही।