राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने 35 बच्चों को बांटे स्मार्ट फोन, सांसद-विधायकों से भी की अपील
देहरादून। राज्यपाल बेबीरानी मौर्य ने प्रत्येक जनपद में एक अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम को माॅडल ग्राम बनाने के अपने संकल्प को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है। बुधवार को उन्होंने देहरादून के माडल गांव के लिए चिन्हित झाझरा में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत बने ग्राम संगठन के भवन व झाझरा जूनियर हाईस्कूल में स्मार्ट क्लास का लोकार्पण किया। राज्यपाल ने गांव के 35 बच्चों को सीएसआर के माध्यम से स्मार्टफोन बांटे। साथ ही सांसदों व विधायकों से भी अपील की, कि आॅनलाइन शिक्षा को ध्यान में रखते हुए गरीब बच्चों को स्मार्टफोन या टैब उपलब्ध कराने का प्रयास करें।
राज्यपाल ने कहा कि ग्राम पंचायत झाझरा के तहत संचालित सभी छह आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाएगा। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 38 बच्चों को प्री स्कूल किट (बाल पोटली) भी उन्होंने बांटी। राज्यपाल ने बाल पोटली में आदर्श दिनचर्या से संबंधित एक चित्रों वाली पुस्तक भी शामिल करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल परिसर में पौधारोपण भी किया।भ्रमण के दौरान विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर, सचिव राज्यपाल बृजेश कुमार संत, डीएम डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, अपर सचिव आयुक्त ग्राम्य विकास डॉ रामविलास यादव, सीडीओ नितिका खंडेलवाल, परियोजना निदेशक डीआरडीए विक्रम सिंह, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनआरएलएम प्रदीप पांडे, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा पैन्यूली, कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास डॉ अखिलेश मिश्रा, ग्राम प्रधान झाझरा पिंकी देवी, सीडीपीओ देवेंद्र थपलियाल आदि मौजूद रहे।
गर्भवतियों को दी आयरन की गोलियां
ग्राम पंचायत की 44 गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां भी दी गई। राज्यपाल ने निर्देश दिये कि ग्राम की हर गर्भवती को प्रत्येक महीने निर्धारित आयरन गोलियां दी जायें। ग्राम पंचायत की किशोरी व बालिकाओं को भी सेनेटरी नैपकिन व आयरन की गोलियां बांटी गई।
ऑनलाइन पढ़ाई को सहायक टीचिंग के रूप में लें
स्मार्ट क्लास के लोकार्पण के दौरान राज्यपाल ने स्मार्ट क्लास के तहत ऑनलाइन पढ़ाई को सहायक टीचिंग के तौर पर लेने को कहा। पहली प्राथमिकता किताबी अध्ययन को देने के निर्देश दिए। साथ ही स्मार्ट क्लास के ऑनलाइन कंटेंट को हिंदी में कन्वर्ट करने को कहा ताकि बच्चों को समझने में आसानी हो। राज्यपाल ने कहा की स्मार्ट क्लास के कांसेप्ट को छोटी कक्षाओं के बच्चों के लिए भी लागू किया जाए क्योंकि छोटी कक्षाओं के बच्चे चित्रों के माध्यम से अच्छे तरीके से सीखते हैं।
तालाब में मछली पालन के निर्देश
राज्यपाल ने स्वयं सहायता समूह की ओर से उत्पादित लेमनग्रास व आजीविका परियोजना के तहत बनाए तालाब को भी देखा। उन्होंने नवनिर्मित तालाब में रोजगार के उद्देश्य से मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के निर्देश दिए।
डीएम और सीडीओ की तारीफ की
राज्यपाल ने डीएम डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव, सीडीओ नितिका खंडेलवाल और जनपद की उनकी टीम द्वारा स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ते हुए आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों की तारीफ की। उन्होंने अधिकारियों को स्वयं सहायता समूह को हर तरह का सहयोग देने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने उत्तराखंड में पूरा किया दो साल का कार्यकाल
बेबीरानी मौर्य ने उत्तराखंड के राज्यपाल के रूप में अपने दो वर्ष भी आज पूरे कर लिए हैं। सहसपुर विधानसभा के गांव झाझरा का भ्रमण करते हुए राज्यपाल ने ग्राम पंचायत भवन में ही महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों के साथ उनका बनाया खाना खाया।