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अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू, प्रधानमन्त्री मोदी ने किया भूमि पूजन

देहरादून। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य पूजा की। करोड़ों राम भक्तों का सालों का इंतजार आज पूरा हो गया, जब राम मंदिर की आधारशिला रख दी गई है। विधिवत रूप से राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू हो गया है। भूमि पूजन में पीएम नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास मुख्य मंच पर रहे। कार्यक्रम में 175 प्रतिष्ठित अतिथि मौजूद रहे।

अभिजात मुहूर्त में हुआ भूमि पूजन

भगवान श्रीराम ने अभिजीत मुहूर्त में जन्म लिया था। उसी मुहूर्त में मंदिर के लिए भूमिपूजन हुआ।

रत्न जड़ित हरे वस्त्रों में थे राम लला

राम मंदिर पूजन लिए अयोध्या दुल्हन की तरह सज-धजकर हुई। वहीं, भगवान राम लला को रत्न जड़ित हरे रंग के वस्त्र पहनाकर तैयार किया था। अयोध्या में हर तरफ उल्लास रहा। लोग सड़कों पर उतरे और रामभक्त सड़कों पर कीर्तन और जय श्रीराम के नारे लगाते रहे।

मुख्यमंत्री योगी ने किया स्वागत

अयोध्या की धरती पर बुधवार की तीन हैलीकॉप्टर उतरे। इनमें से एक पर प्रधानमन्त्री थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अयोध्या पहुंचे तो उनकी अगवानी के लिए मुख्यमंत्री और राज्यपाल मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मोदी का स्वागत किया। 

पहले हनुमान गढ़ी में की पूजा

अयोध्या में राम जन्मभूमि स्थल पर जाने से पहले प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने हनुमानगढ़ी मंदिर में पूजा की। मोदी ने 500 रुपए का चढ़ावा चढ़ाया। इस दौरान योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ थे। पूजा के बाद मोदी को पगड़ी और चांदी का मुकुट पहनाया गया।

मोदी ने लला की किया साष्टांग प्रणाम

हनुमान गढ़ी में पूजा के बाद मोदी राम जन्मभूमि के लिए रवाना हुए। 11.55 बजे मोदी कि गाड़ी जन्मभूमि के द्वार पर पहुंची। मोदी ने 11.57 बजे राम लला के दर्शन किए। उन्होंने राम लला को साष्टांग प्रणाम किया। उसके बाद राम लला को पुष्पहार पहनाया। भोग लगाया और पूजा अर्चना की। मोदी में दान पात्र में दक्षिणा भी डाली।

पारिजात का पौधा रोपा

भूमि पूजन से पहले प्रधानमन्त्री ने पारिजात (रात में फूल वाली चमेली) का पौधा रोपा। उन्होंने पौधे को पानी भी दिया और वहां उपस्थित लोगों से बात की। इस पौधे के कई गुण होते हैं।

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