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नौकरी का झांसा देकर महिला व मासूम बच्ची को बेचा, रेप

– मामले की जांच के दौरान महिला के उत्तर प्रदेश के बदायूं में होने का सुराग मिला। पुलिस टीम ने शनिवार देर रात दबिश के बाद बदायूं से महिला और उसकी बेटी को बरामद किया। आरोपी मौके से भाग निकले। रविवार को पीड़ित महिला ने पुलिस को तहरीर दी। 

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। शक्तिफार्म (सितारगंज, ऊधमसिंहनगर) क्षेत्र की महिला को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उसकी दो साल की मासूम बच्ची सहित बेचने का मामला उजागर हुआ है। आरोपियों ने मां बेटी को 60 हजार रूपए में बेचा। जांच के बाद पुलिस ने करीब डेढ़ महीने बाद मां-बेटी को बदायूं से बरामद कर लिया है। मामले में दो महिलाओं सहित सात लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार 30 नवंबर को एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी व दो साल की बेटी एक महीने से गायब हैं। जांच के दौरान महिला के उत्तर प्रदेश के बदायूं में होने की जानकारी मिली। पुलिस टीम ने शनिवार देर रात दबिश के बाद बदायूं से महिला और उसकी बेटी को बरामद कर लिया। आरोपी मौके से भाग गए।

रविवार को पीड़ित महिला ने पुलिस को तहरीर दी। उसने तहरीर ने बताया कि उसका पति मजदूरी करता है, जिसके चलते घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। कुछ समय पहले उसकी मुलाकात पेंटिंग का काम करने वाले मूलरूप से बरेली निवासी (हाल निवासी शक्तिफार्म) सुकेश सक्सेना से हुई। सुकेश ने महिला को झांसा दिया कि वह उसे बरेली में दस हजार रुपये की नौकरी दिलवा देगा।

एक नवंबर को सुकेश उसे व उसकी बेटी को बाइक पर सितारगंज लाया। यहां उसका पिता रामवीर मौजूद था। सुकेश ने अपने पिता को बाइक दे दी, उसके साथ मां-बेटी को भी बरेली भेज दिया। महिला के अनुसार तीन दिन वह बरेली में सुकेश के घर पर रही। चार नवंबर को सुकेश के पिता रामवीर, मां समता और बहन प्रियंका ने उसे बदायूं के जगवासही, मूसाझाग निवासी राम सिंह, उसके बेटे राजवीर सिंह व दामाद (नाम अज्ञात) के साथ बदायूं भेज दिया।

बदायूं पहुंचने पर आरोपियों ने उसे एक घर में बंधक बना लिया और उसका मोबाइल छीन लिया। महिला ने बताया कि उसने आरोपियों का विरोध किया तो उसे बताया गया कि सुकेश और उसके परिजनों ने उसे और उसकी बेटी को 60 हजार रुपये में बेचा है। शक्तिफार्म चौकी प्रभारी संजीत कुमार ने बताया कि मामले में सुकेश, रामवीर, समता, प्रियंका, राम सिंह, राजवीर सिंह और राम सिंह के दामाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग के गिरोह को पकड़ने के लिये पुलिस छापेमारी कर रही है। मामले का जल्द खुलासा कर दिया जायेगा।

महिला से किया दुष्कर्म

महिला ने पुलिस को बताया कि बदायूं में उसे एक घर में बंधक बनाकर रखा गया था। उसकी दो साल की मासूम बेटी भी उसके साथ थी। महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी राम सिंह, उसके बेटे राजवीर सिंह और दामाद (नाम अज्ञात) ने उसकी बेटी की गर्दन पर चाकू रख दिया। इसके बाद बच्ची को मारने की धमकी देकर आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

आरोपी की पत्नी ने की फांसी को कोशिश

लापता मां-बेटी की बरामदगी के बाद मानव तस्करी, दुष्कर्म का खुलासा होने के साथ ही एक और नाटकीय घटनाक्रम ने पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फुला दिये। मामले में मुख्य आरोपी सुकेश की पत्नी ने फांसी पर लटककर खुदकुशी का प्रयास कर डाला। परिजनों ने किसी तरह महिला को फंदे से उतारा। जानकारी पर पुलिसकर्मी भी तुरंत पहुंचे और महिला को अस्पताल पहुंचाया। महिला अस्पताल में भर्ती है। उसका आरोप है कि उसके पति को इस मामले में जबरन फंसाया गया है। सुकेश की पत्नी का कहना है कि महिला और उसकी बेटी को बेचने के मामले से उसके पति का कोई लेना-देना नहीं है। उसने बताया कि उसकी सास ने दूसरी शादी की है। रामवीर उसके सौतेले ससुर हैं। उसका कहना है कि उसके सास-ससुर ह्यूमन ट्रैफिकिंग में शामिल हो सकते हैं। सास-ससुर ही पीड़ित महिला और उसकी बेटी को लेकर गये थे। सुकेश के घर पर मौजूद उसकी दूसरी बहन ने भी सुकेश की पत्नी की बात का समर्थन किया।

महिला को बेचने के मामले में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। गिरोह की तलाश में ह्यूमन ट्रैफिकिंग समेत पुलिस की तीन टीमें काम कर रही हैं। जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जायेगा।

ममता बोहरा, एसपी, ऊधमसिंह नगर

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