फर्जी आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट मामले में एक महिला और पुरुष गिरफ्तार
-कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कल (शुक्रवार) ढालवाला के समीप बनी चेक पोस्ट पर छापा मारा था। एक व्यक्ति को उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि, उसकी सहयोगी महिला को आज हिरासत में लिया गया।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। फर्जी आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट तैयार करने के मामले में मुनीकीरेती पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अलग-अलग मेडिकल लैब से जुड़े हुए हैं, इनमें एक महिला और एक पुरुष शामिल है।
गौरतलब है कि टिहरी जनपद की सीमा पर तपोवन चेक पोस्ट पर एक ही लैब की अलग-अलग कोविड आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट मिली। स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट के फर्जी होने का शक हुआ था। मामले में संबंधित लैब ने ऐसी रिपोर्ट जारी करने से इनकार किया। मामला समाचार पत्रों में छपा तो इसका संज्ञान लेते हुए कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कल (शुक्रवार) ढालवाला के समीप बनी चेक पोस्ट पर छापा मारा।
छापेमारी के दौरान हरियाणा से आए कुछ लोगों ने उन्हें पैसे लेकर नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट बनाने की बात बताई। उसी वक्त मौके से एक व्यक्ति पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
नेगेटिव रिपोर्ट दिलाने को लिए 5 हजार रुपए
जांच में उजागर हुआ कि युवक ने आठ लोगों से 5000 रुपए लेकर उन्हें फर्जी आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट उपलब्ध कराई थी। मामले में पुलिस ने युवक की एक अन्य महिला साथी को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम विनय बिष्ट निवासी 14 बीघा व शीतल स्नेही जाटव निवासी अंबेडकर नगर ऋषिकेश बताया।
विनय और शीतल की मिलीभगत से बनती थी फर्जी रिपोर्ट
चौकी प्रभारी ढालवाला आशीष भट्ट ने बताया कि आरोपी विनय बिष्ट स्टार इमेजिंग कंपनी का कर्मचारी है। कंपनी को बॉर्डर चेक पोस्ट पर एंटीजन टेस्ट के लिए अधिकृत किया गया है। जबकि, दूसरी आरोपी शीतल स्नेही जाटव नोवस पैथोलॉजी लैब में कंप्यूटर ऑपरेटर है। उन्होंने बताया कि विनय बिष्ट मौका देखकर एंटीजन जांच कराने आए लोगों के सैंपल ले लेता था और उन्हें लैब में जान पहचान होने की बात कहकर जल्दी रिपोर्ट देने का लालच देकर रुपए ऐंठता था। विनय को सीआरएल पैथोलॉजी लैब और नोबल पैथोलॉजी के पैड पर शीतल फर्जी आरटी पीसीआर रिपोर्ट बनाकर उपलब्ध कराती थी। विनय बिष्ट और शीतल स्नेह की जाटव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है।