संस्कार भारती ने ‘गंगा की व्यथा, मानव की खता’ के माध्यम से किया आगाह
-संस्कार भारती महानगर इकाई ने ‘भरत मुनि स्मृति दिवस’ पर नाटक (Play) ‘गंगा की व्यथा, मानव की खता’ का किया मंचन
देहरादून (Dehradun)। संस्कार भारती महानगर इकाई देहरादून (Sanskar Bharti mahanagar Dehradun) ने ‘भरत मुनि स्मृति दिवस’ पर नाटक (Play) ‘गंगा की व्यथा, मानव की खता’ का मंचन किया। नाटक का मंचन अनुराग वर्मा के संयोजन में हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ सविता कपूर, भारती पाण्डे, निशा अग्रवाल, पूनम लूना व अनुराग वर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर किया। सुभाषिनी डिमरी, भारती पाण्डे ने ध्येय गीत प्रस्तुत किया। वीनू थापा ने ‘जाऊं तोरे चरण कमल बलिहारी’ गाया। भारती पाण्डे ने भरत मुनि के नाट्य शास्त्र के विषय में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 37अध्यायों में भरत मुनि ने रंगमंच, अभिनेता, अभिनय, नृत्य-गीत, वाद्य, दर्शक, दशरूपक, और रस निष्पत्ति से संबंधित तथ्यों का विवेचन किया है।
सविता कपूर ने कहा कि नाटक मनोरंजन ही नहीं बल्कि उसमें जनजागरण के प्रति आह्वान व प्रेरणा भी निहित रहती है। कार्यक्रम का संचालन निशा अग्रवाल ने किया।
नाटक के मुख्य पात्रों में रश्मि मिश्रा, मंतव्य भारद्वाज, मीनू, राहुल कुमार, वरुण नौटियाल, लक्ष्य जैन, राज वर्मा, आशीष वर्मा, अंशिका वर्मा आदि ने अभिनय किया। कार्यक्रम में प्रवीण शर्मा, शारदा कोहली, विमला गौड़, निशा अग्रवाल, भारती पाण्डे, सविता कपूर, अनुराग वर्मा, पूनम लूना सहित संस्कार भारती महानगर इकाई देहरादून के सदस्य शामिल रहे।
नाटक के निदेशक आशीष वर्मा ने कहा कि पर्यावरण के सन्दर्भ में चिंता व्यक्त करते हुए आज की परिस्थितियों में हो रही घटनाओं व दुर्घटनाओं को नाटक के माध्यम से दिखाया गया। मानव की दी हुई पीड़ा से प्रकृति व समूचे विश्व में मचे हाहाकार को रेखांकित करते हुए उसके परिणाम से नाटक आगाह करता है।