सतपाल महाराज ने एनएच अधिकारियों को लगाई फटकार
प्रेमनगर में पुस्ता गिरने की घटना: पांवटा हाईवे प्रेमनगर में हल्की बारिश के पश्चात नेशनल हाईवे के किनारे 6 माह पूर्व बना पुस्ता ढह गया था, जिसका निरीक्षण करने लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज यहां पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान महाराज ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए पुस्ते की गुणवत्ता की जांच के भी निर्देश दिए हैं।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने शुक्रवार को प्रेमनगर स्थित पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के बाद सड़क किनारे बनाए गए पुस्ते के ढहने के बाद औचक निरीक्षण किया। कम में लापरवाही बरतने पर महाराज ने मौके पर मौजूद नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई।
महाराज ने प्रेमनगर (देहरादून) पांवटा हाईवे को चौड़ा करने के दौरान लगभग 6 माह पूर्व सड़क के किनारे बने पुस्ते के ढहने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने मौके पर जाकर निरीक्षण करने के साथ-साथ लापरवाही बरतने पर नेशनल हाईवे के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश सहित वहां उपस्थित एनएच के अन्य अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि हादसों को न्यौता देने वाली इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। महाराज ने क्षतिग्रस्त पुस्ते के आसपास मार्किंग और वैरीकेटिंग ना लगाए जाने पर हादसे की आशंका को देखते हुए उपस्थित नेशनल हाईवे के अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करेंगे ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति दोबारा न हो। महाराज ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सड़क के किनारे नालियों की साफ-सफाई होनी समय समय पर होनी चाहिए ताकि सड़क पर पानी न रुकने पाये। सड़कों पर जहां भी गड्ढे हो उनको तुरंत भरने के साथ-साथ सड़कों को सीधा सुगम और स्वच्छ रखा जाए। उन्होने बताया कि पुस्ते के ढहने के लिए कांट्रेक्टर ने अपनी गलती मानकर मरम्मत का कार्य प्रारंभ कर दिया है।
ज्ञात हो कि हाल ही में पांवटा हाईवे प्रेमनगर में हल्की बारिश के बाद नेशनल हाईवे के किनारे 6 माह पूर्व बना पुस्ता ढह गया था, जिसका निरीक्षण करने लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज यहां पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान महाराज ने नेशनल हाईवे के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए पुस्ते की गुणवत्ता की जांच के भी निर्देश दिए हैं। इस मौके पर स्थानीय विधायक हरबंस कपूर के अलावा नेशनल हाईवे के मुख्यअभियंता ओम प्रकाश, अधीक्षण अभियंता रणजीत व अधिशासी अभियंता ओमपाल आदि मौजूद थे।