सतपाल महाराज ने दिए निर्देश, कुंभ स्नान के लिए आने वाली देव डोलियों पर होगी पुष्प वर्षा
-उत्तराखण्ड की देव संस्कृति को वैश्विक व भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए देव डोलियों के कुम्भ स्नान के लिए होगी विशेष व्यवस्था। संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज अधिकारियों को दिए निर्देश। कहा, तैयारियां व्यवस्थित रूप से की जायं
शब्द रथ न्यूज (ब्यूरो)। उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों से कुंभ स्नान के लिए हरिद्वार आने वाली देव डोलियों के लिए उस बार विशेष व्यवस्था की जा रही है। देव डोलियों पर चापर व हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज इसके निर्देश दिए हैं।
सतपाल महाराज ने बुधवार को विधानसभा स्थित कक्ष में संस्कृति, पर्यटन व संबंधित विभागीय अधिकारियों को बैठक ली। उन्होंने देव डोलियों की कुम्भ स्नान की विरासतीय शोभा यात्रा को ऋषिकेश से हरिद्वार तक भव्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देव डोलियों के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन, मंच, पंडाल, जलपान, सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबन्धन की व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली जाएं।
उन्होंने अधिकारियों को शोभा यात्रा का रूट चार्ट बनाते हुए आपसी समन्वय से कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान करते हुए देव डोलियों की गरिमा के अनुकूल सभी तरह की व्यवस्थाएं करने को कहा।
महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड देवताओं की भूमि है, इसका कण-कण देवतुल्य है। सभी प्रदेशों में कोई न कोई ऐसी परम्परा के रूप में प्रचलित है जिसका सम्बन्ध किसी न किसी देवी-देवता से है। प्राचीन समय से ही देव डोलियां कुम्भ के दौरान हरिद्वार स्नान के लिए आती हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग उनके दर्शन करते हैं। हरिद्वार कुम्भ 2021 में भी देव डोलियां कुम्भ स्नान के लिए आयेंगी। इस लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा की शुरूआत 24 अप्रैल को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश से होगी। वहां ढोल नगाड़ों व स्थानीय देवी देवताओ के चिन्ह के साथ लगभग 200 देव डोलियां आने की संभावना है। इसके अगले दिन 25 अप्रैल को शोभा यात्रा का हरिद्वार में आगमन होगा। सामूहिक अमृतमय स्नान ब्रहमकुण्ड हरकी पैडी में सम्पन्न होगा। उसके बाद पंतदीप में भव्य पंडाल में पूज्य संतों, श्रद्धालुओं व शासन-प्रशासन के लोगों की ओर से पूजा-अर्चना के बाद देव आशीर्वाद कार्यक्रम सम्पन्न होगा।
बैठक में श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा समिति के अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, महानिदेशक संस्कृति विभाग आशीष चौहान, निदेशक संस्कृति बीना भटट, पुलिस अधीक्षक लोकजीत सिंह सहित हरिद्वार मेला प्रशासन व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।