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उत्तराखंड में दूसरे दिन भी बारिश-बर्फबारी, उमड़े पर्यटक

-मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक अगले 24 घंटे मौसम के लिहाज से संवेदनशील है। राजधानी दून में 11 मिलीमीटर बारिश हुई है। आपदा के लिहाज से अगले 24 घंटे सावधान रहने की जरूरत है।

शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (Shabd Rath News)। उत्तराखंड में आज (शुक्रवार) को दूसरे दिन भी ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी जारी है। राजधानी देहरादून सहित राज्य के ज्यादातर इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। चारधाम सहित सभी ऊंची वादियां बर्फ से ढक गई हैं। राजधानी देहरादून और आसपास के ज्यादातर इलाकों में सुबह से रुक-रुक कर बारिश होती रही है। मसूरी और आसपास की पहाड़ियों से चलने वाली ठंडी बर्फीली हवाओं के कारण पूरी दून घाटी में भीषण ठंड हो रही है। चमोली जनपद में बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, औली सहित 200 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं।

रुद्रप्रयाग में दो दिन से हो रही बारिश से जिले के 60 से अधिक गांवों में दो से तीन फीट बर्फ जमने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। केदारनाथ, मद्महेश्वर व तुंगनाथ घाटी के ऊपरी गांवों में शुक्रवार को हल्का हिमपात हुआ। धुमाकोट में पौड़ी धुमाकोट काशीपुर हाईवे नेशनल हाईवे पर बर्फबारी से यातायात प्रभावित हो गया है। नैनीताल में शुक्रवार की सुबह फिर बर्फबारी हुई है। मुक्तेश्वर में लगभग डेढ़ फीट बर्फ जम गई है। मुनस्यारी नगर में एक फिट बर्फ जमी हुई है।

बर्फबारी देखने के लिए पर्यटकों की भीड़ 
बर्फबारी देखने के लिए मसूरी, धनोल्टी, चकराता, नैनीताल, औली सहित अन्य पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ भी उमड़ रही है। जिसके चलते जगह-जगह जाम की स्थिति पैदा हो रही है। नैनीताल जाने के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ा है। जिस कारण काठगोदाम सड़क पर लगातार जाम में वाहन फंस रहे हैं। काठगोदाम से लेकर नैनीताल-भीमताल मार्ग पर जगह-जगह जाम लगने के कारण रोडवेज बसों का संचालन भी प्रभावित हो गया है।इसके चलते हल्द्वानी के रोडवेज बस स्टेशन पर नैनीताल जाने के लिए यात्री परेशान है। कई जगह बारिश से जलभराव की स्थिति है। हल्द्वानी में रात से हो रही बरसात के चलते एमबीपीजी कॉलेज निर्वाचन कार्यालय के मैदान में जलभराव हो गया है। चंपावत और लोहाघाट की विद्युत सेवा पिथौरागढ़ कंत गांव के पास भारी बर्फबारी से बाधित हो गई है।
हरिद्वार क्षेत्र में 28 एमएम बारिश  
बीते 48 घंटे में हरिद्वार क्षेत्र में 28 एमएम बारिश हो गई। शुक्रवार को पूरे दिन रूक-रूककर बारिश होने से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। बारिश के चलते तापमान सामान्य रहने के बाद भी शाम को शीत लहर चली। शाम होते ही लोग घरों में कैद हो गए। मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को बारिश का पूर्वानुमान जारी किया था। हरिद्वार और देहात इलाकों में बारिश से कई जगहों पर जलभराव हुआ। हवा चलने से बिजली की आपूर्ति बाधित रही। बारिश होने से लोग घरों से बेवजह बाहर निकलने से बचते रहे। जिससे बाजारों में भी सामान्य दिनों की तुलना में गिनती भर लोग सड़कों पर दिखे। खुले आसामन के नीचे जीवन यापन करने वालों ने अलाव का सहारा लिया।
आदिबदरी क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप

दो दिनों की बारिश से आदिबदरी क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप है। ऊंचाई वाले 12 गांवों में हिमपात से लोग घरों में कैद हो गए हैं। पंडाव, डांडा, मज्याडी, सिलपाटा, प्यूंरा, लंगटाईं, पज्याणा, मालसी, चोरणा, पिंडवाली में भारी हिमपात हुआ है। हिमपात से मवेशियों को चारा लाने में दिक्कत हो रही है। लोग घरों पर बैठने के लिए मजबूर हैं। गेंहू के लिए इस बारिश व बर्फबारी को वरदान माना जा रहा है। गुरुवार दोपहर से दिवालीखाल में भारी बर्फबारी से रानीखेत-कर्णप्रयाग राजमार्ग बंद हो गया था, जिस कारण कई लोग खेती व जंगलचट्टी से आगे नहीं जा पाए। आदिबदरी में पुलिस ने एहतियातन वाहनों को आदिबदरी में बैरियर लगाकर रोक लिया था। अभी भी वाहनों को आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। जेसीबी मशीनों से बर्फ हटाने का कार्य जारी है।

खेत-खलिहान और आंगन बर्फ से ढके

ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। विकासखंड कीर्तिनगर और देवप्रयाग के चंद्रबंदनी, नैखरी, टोला, ग्वाड़, कुनियाड़, रिगोली, खोंगचा, पाणव, धारपंयकोटी और लोस्तू क्षेत्र में पहाड़ियां, खेत-खलिहान और आंगन बर्फ से ढक गए हैं। भारी बर्फबारी से सिल्काखाल-खोंगचा-पाणव, रिगोली मल्ली और नैखरी-चंद्रबदनी मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।  इससे क्षेत्र के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। नैखरी डिग्री कॉलेज से चंद्रबदनी तक तक पांच किलोमीटर क्षेत्र में बर्फ जमी हुई है। इसके बावजूद श्रद्धालु व पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं।

बर्फबारी से सड़क पर कई वाहन फंसे

बर्फबारी से लोहाजंग-वाण और घेस-हिमनी सड़क बंद हो गई है। 30 गांव बर्फ से ढक गए तथा लोहाजंग, वाण, कुलिंग, वांक हिमनी में बिजली की सप्लाई ठप हो गई है। गांवों में दो से तीन फीट बर्फबारी होने से चुनाव प्रचार में गई टीमें भी गांव में फंस गई हैं। ब्रह्मताल, वेदनी में भारी बर्फबारी से पर्यटक लोहाजंग में ही रुके हैं। लोहाजंग के इंद्र राणा ने कहा कि यातायात बंद होने से लोहाजंग-वांण सड़क पर कई वाहन फंसे हैं। लोनिवि के ईई अजय काला ने कहा कि बर्फ हटाने के लिए जेसीबी भेज दी है। वहीं ऊर्ज निगम के जेई प्रकाश गैरोला ने कहा कि लोहाजंग-वांण और हिमनी में बिजली लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जल्द लाइन की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।

24 घंटे सावधान रहने की जरूरत

मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, नैनीताल में 4.5 इंच, मुक्तेश्वर में चार इंच, मसूरी में 1.6 इंच बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, वैसे तो पहाड़ से मैदान तक लेकर सभी जगहों पर बारिश हुई है। लेकिन नैनीताल के भीमताल, गंगोली में 40- 40 मिलीमीटर तो चंपावत, काशीपुर, गरुड़, थराली, थल, धारचूला, गंगोलीहाट जैसे इलाकों में 30 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। राजधानी दून में 11 मिलीमीटर बारिश हुई है। मौसम विज्ञानियों ने चेताया है कि आपदा के लिहाज से अगले 24 घंटे सावधान रहने की जरूरत है।

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