उद्योगपति सुधीर बिंडलास के विरुद्ध जाली दस्तावेजों पर जमीन हड़पने के दो मुकदमे दर्ज, अब कोर्ट जाएंगे संजय चौधरी
-पत्रकारों से बात करते हुए संजय चौधरी ने बताया कि जोहड़ी में उनकी 20 बीघा जमीन है। जमीन उनके, उनके भाई व मां के नाम पर है। वर्ष 2007 में उनके भाई की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। वर्ष 2010 में सुधीर बिंडलास ने अपने ड्राइवर, उसकी मां, दर्जा चार कर्मचारी व परचेज मैनेजर को खड़ा करके रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली। आरोपितों ने वर्ष 2015 में जमीन दाखिल खारिज करवाया।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। उद्योगपति सुधीर बिंडलास के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन हड़पने के दो मुकदमे दर्ज करवाने वाले संजय चौधरी ने रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों/कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सुधीर बिंडलास के कहने पर रजिस्ट्रार कार्यालय से उनके दस्तावेजों से छेड़छाड़ की गई। उनकी असली रजिस्ट्री गायब कर दी गई। साथ ही दाखिल खारिज के दस्तावेज के भी कुछ पेज गायब हैं। उनकी जमीन की रजिस्ट्री व दाखिल खारिज के असली दस्तावेज उन्होंने स्कैन किए हुए हैं ताकि वह अपनी जमीन को बचा सके।
पत्रकारों से बातचीत में संजय चौधरी ने बताया कि जोहड़ी में उनकी 20 बीघा जमीन है। जमीन उनके, उनके भाई व मां के नाम पर दर्ज है। वर्ष 2007 में उनके भाई की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई थी। वर्ष 2010 में सुधीर बिंडलास ने अपने ड्राइवर, उसकी मां, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व परचेज मैनेजर को खड़ा कर रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली। आरोपितों ने वर्ष 2015 में जमीन दाखिल खारिज करवाया। जब उन्हें इसका पता चला तो उन्होंने जांच करवाई। जांच में पता चला कि सुधीर बिंडलास ने नकली लोग खड़े कर जमीन अपने नाम करवाई। उन्होंने शहर कोतवाली में इसकी तहरीर दी।
पुलिस ने आरोपितों से पूछताछ की तो कर्मचारियों ने सुधीर बिंडलास का नाम बताया। खुद को फंसता देख सुधीर बिंडलास ने रजिस्ट्री रद करवा दी। फिर जून 2021 में उसी जमीन के पुराने मालिक गंग बहादुर के वारिसों के साथ मिलकर सुधीर बिंडलास ने अपने भाई प्रदीप बिंडलास के नाम से अटारनी लेकर रजिस्ट्री अपने नाम करवा दी। इस मामले में रिकार्ड से छेड़छाड़ की गई। उनकी रजिस्टी रिकार्ड में उपलब्ध ही नहीं हैं। दाखिल खारिज में आधे कागज हटाकर नकली लगाए गए हैं। उन्होंने एसएसपी को दस्तावेजों की फारेंसिक जांच के लिए पत्र भेज दिया है।
शिकायत कर्ता संजय चौधरी ने कहा कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह लगातार पुलिस के चक्कर काटते रहे। पुलिस महानिदेशक के निर्देश पर एक ही जमीन की दो बार रजिस्ट्री करवाने के दो मुकदमे राजपुर थाने में दर्ज हैं। लेकिन, अब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती तो वह कोर्ट जाएंगे।