सुशांत मामले की सीबीआई जांच से डरी महाराष्ट्र सरकार, क्या बेटे को बचा पाएंगे उद्धव ठाकरे
शब्द रथ न्यूज। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश से महाराष्ट्र सरकार में खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोर्ट के फैसले के बाद आपात बैठक बुलाई है।
अभिनेता की मौत के मामले में महाराष्ट्र सरकार क्यों घबरा रही है, यह सबसे बड़ा सवाल है देश के लिए। हालांकि, महाराष्ट्र सरकार व महाराष्ट्र पुलिस को इसका जवाब भी पता है। दरअसल, सुशांत राजपूत की मौत के मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे व महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे का भी नाम सामने आया था। यही कारण था मुंबई पुलिस ने सही जांच करने बजाय जांच की दिशा ही बदल दी थी। महाराष्ट्र सरकार के दवाब में पुलिस इस कदर थी कि उसने बिहार पुलिस तक को जांच नहीं करने दी। महाराष्ट्र सरकार भी सीबीआई जांच का इसलिए ही विरोध कर रही थी कि आदित्य ठाकरे पर किसी तरह की आंच न आए। अब सुशांत मामले कि जांच होगी तो निसंदेह सुशांत की इवेंट मैनेजर दिशा सलियान की मौत का मामला भी खुल जाएगा। दिशा की भी आत्महत्या की बात फैलाई गई थी। कही, वह भी हत्या ही न हो। सीबीआई जांच से कई मामले खुल जाए, कई सच्चाई सामने आ जाएगी अब कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। ऐसे में क्या मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बेटे आदित्य ठाकरे को बचा पाएंगे।
रिया, महाराष्ट्र सरकार व पुलिस का बयान एक
सुशांत की मौत के मामले में सुशांत की गर्लफ्रेंड व उनकी मौत की आरोपी रिया चक्रवर्ती, महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस के बयान एक जैसे होते थे या यूं कहें कि एक ही होते थे। क्यों? निसंदेह कि आदित्य ठाकरे को बचाना है। उस पर किसी तरह की आंच न आए यानी कि आदित्य ठाकरे का मामले से कुछ न कुछ कनेक्शन है।
यदि आदित्य ठाकरे की संलिप्तता नहीं … तो बौखलाहट क्यों
सुप्रीम कोर्ट के सीबीआई जांच के फैसले से महाराष्ट्र सरकार का बौखलाना उजागर करता है कि आदित्य ठाकरे की सुशांत मौत मामले में संलिप्तता है। यही कारण था कि सरकार सीबीआई जांच का विरोध कर रही थी और मुंबई पुलिस की जांच को सही ठहरा रही थी। आदित्य की क्या भूमिका है यह तो जांच में ही सामने आएगा। लेकिन, संलिप्तता है यह लगभग तय है, वह किस तरह की है जांच में शायद आ जाय।
मीडिया की मुहिम लाई रंग
सुशांत की मौत के मामले में मीडिया की मुहिम भी रंग लाई। यदि मीडिया मामले को लगातार न उठाती तो संभव था कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार मामले को रफा दफा कर देते। अब सीबीआई जांच में मौत की सच्चाई सामने आने की उम्मीद सुशांत के परिवार के साथ ही देशवासियों की भी है।