साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि पागल फ़क़ीरा की एक ग़ज़ल… मुझको पत्थर दिल से मोहब्बत हुई है… August 9, 2021 admin पागल फ़क़ीरा मुझको पत्थर दिल से मोहब्बत हुई है, मुझसे इश्क़ में थोड़ी सी शरारत…
काव्य साहित्य ग़ज़ल कवि वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” की एक हिंदी ग़ज़ल… तेरी यादों का समंदर विशाल होता है… August 8, 2021 admin वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————– हिंदी ग़ज़ल ——————————– तेरी यादों का समंदर विशाल होता…
काव्य साहित्य वरिष्ठ कवि डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत” एक गीत…. बरखा ऋतु तुम बिन नहीं भाती हमें… August 8, 2021 admin डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत” मैनपुरी, उत्तर प्रदेश ————————————- ये घटा घनघोर तड़पाती हमें। बरखा ऋतु…
काव्य साहित्य कवि डॉ अलका अरोड़ा की एक रचना… नारी को सम्मान नहीं तो बताओ क्या दोगे… August 7, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून —————————————— आओ करे ये सतत प्रतिज्ञा नारी को सम्मान नहीं…
साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि पागल फकीरा की एक ग़ज़ल… जीवन तो है खेल तमाशा, चालाकी नादानी है… August 6, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ——————————— ग़ज़ल जीवन तो है खेल तमाशा, चालाकी नादानी है, तब…
साहित्य वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल.. वही जिन्दगी वही जिन्दगी के समझौते हैं… August 6, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————– गज़ल ——————— वही जिन्दगी वही जिन्दगी के समझौते हैं कभी…
काव्य साहित्य युवा कवि हरीश कंडवाल की एक रचना… ये वादियां ये घाटियां गवाह हैं August 3, 2021 admin हरीश कंडवाल पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड ————————————————- ये वादियां ये वादियां ये घाटियां गवाह हैं प्रकृति…
काव्य साहित्य युवा कवि धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की गढ़वाली कविता… यू कोराना कू काल छ August 1, 2021 admin धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ चीफ़ फार्मासिस्ट, अल्मोड़ा ————————————- यू कोराना कू काल छ, फूटियूं सबूकू कपाल…
काव्य साहित्य कवि जसबीर सिंह हलधर का शानदार गीत… लोक में परलोक का नक्शा उतारा जा रहा है July 31, 2021 admin जसबीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————- गीत-स्वर्ग धरती आ रहा है ——————————————– लोक में परलोक…
काव्य साहित्य जसबीर सिंह ‘हलधर’ … जिंदगी कड़े तेबर तेरे, फिर भी तू सबको भाती है! July 30, 2021 admin जसबीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ——————————————- कविता -जिंदगी ——————— जिंदगी कड़े तेबर तेरे, फिर भी…