आध्यात्मिक धर्म भगवत चिंतन: विशेष प्रयोजनार्थ ही होता है भगवान का अवतरण May 17, 2022 admin भगवद् चिंतन …. शुभ पूर्णिमा वैशाख शुक्ल पूर्णिमा को भगवान श्रीविष्णु के दो अवतारों का…
आध्यात्मिक धर्म भगवत चिंतन: एक भरोसो एक बल, एक आस विश्वास May 16, 2022 admin भगवद चिन्तन … अनन्यता अनन्यता शब्द आपने जरूर सुना होगा। इसका अर्थ है अपने आराध्य…
आध्यात्मिक धर्म भगवत चिंतन: आपका क्रोध, नफरत, ईर्ष्या और आपका द्वेष भी एक धीमा जहर … April 3, 2022 admin भगवद् चिंतन … विकार जिस प्रकार से जहर को खा लेने पर वह स्वयं के…
आध्यात्मिक धर्म स्वयं के स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज/राष्ट्र के लिए त्याग करना साधना February 1, 2022 admin भगवद चिन्तन … साधना वस्त्रों का त्याग साधना नहीं हो सकता। लेकिन, किसी वस्त्रहीन को…
आध्यात्मिक धर्म चिन्ता स्वयं में एक मुसीबत है और चिन्तन उसका समाधान … January 28, 2022 admin भगवद चिन्तन मनुष्य जीवन जीने के दो रास्ते हैं, चिन्ता और चिन्तन। यहाँ पर कुछ…
आध्यात्मिक धर्म राष्ट्र की उन्नति ही हमारी स्वयं की उन्नति भी है … January 27, 2022 admin भगवद् चिंतन हमारे लिए राष्ट्र हित सर्वोपरि होना चाहिए। किसी भी राष्ट्र का उत्थान उसके…
आध्यात्मिक धर्म धर्म आवरण नहीं आचरण है … धर्म चर्चा नहीं चर्या है… January 26, 2022 admin भगवद चिन्तन वस्त्रों का त्याग साधना नहीं हो सकता। लेकिन, किसी वस्त्रहीन को देखकर अपना…
आध्यात्मिक धर्म असंतोषी को तो कितना भी मिल जाये वह हमेशा अतृप्त ही रहेगा … January 24, 2022 admin भगवद चिन्तन सुख का अर्थ कुछ पा लेना नहीं अपितु जो है, उसमे संतोष कर…
आध्यात्मिक धर्म स्वच्छ विचार ही श्रेष्ठ आचरण को जन्म देते हैं … January 20, 2022 admin भगवद् चिन्तन स्वामी विवेकानंद जी कहा करते थे कि जब इंसान को गंदे और मैले…
आध्यात्मिक धर्म सकारात्मक विचार सदैव श्रेष्ठ संग से प्राप्त होते हैं… January 19, 2022 admin भगवद चिन्तन प्रसन्नता जीवन का सौंदर्य है। चित्त की अप्रसन्नता में चेहरे का सौंदर्य कोई…