Mon. Jun 2nd, 2025

साहित्य

संवेदनशील रचनाकार डॉ अलका अरोड़ा की कविता … उठो नारी आंसू पोंछो खुद की कीमत पहचानो..

डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ———————————— सशक्त बनो हे नारी तुम ————————————- उठो नारी आंसू…

युवा कवि धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की गढ़वाली रचना.. मौज़ नेता अर सरकारू की होणी।

धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड —————————————— मातृभाषा तैं समर्पित रचनाकारू तैं सादर समर्पित ——————————————————– दुर्गति…

देहरादून से शाइर जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… किसी भूली बिसरी कहानी की तरह

जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————— “गजल” ————————- किसी भूली बिसरी कहानी की तरह किसी दरिया…

कवि तारा पाठक की राजनीति पर एक कविता … वादा करते हैं आज ही.. दो हजार बाइस में भी चुनेंगे मुख्यमंत्री धामी

तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड ——————————— बस इतनी सी मांग ———————————– कै दिन के तुम जोगिया…

कवि डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत” की देशभक्ति की एक रचना… स्वार्थ की खातिर बिक जाते बड़े-बड़े ईमान।

डॉ ब्रम्हानन्द तिवारी “अवधूत” मैनपुरी, उत्तर प्रदेश —————————————————— स्वार्थ की खातिर बिक जाते बड़े-बड़े ईमान।…