काव्य कवि धर्मेंद्र अनियाल ‘धर्मी’ का गढ़वाली गीत … काम धंधा नी छन, राजधानी द्वि छन!! March 13, 2023 admin धर्मेंद्र उनियाल धर्मी ——————————————————– काम धंधा नी छन, राजधानी द्वि छन, हमन त कैम बोली…
काव्य कवि धर्मेन्द्र उनियाल धर्मी की गढ़वाली कविता …पहाड़ छोडि क दिल्ली जाणा छन July 10, 2022 admin धर्मेन्द्र उनियाल धर्मी अल्मोड़ा, उत्तराखंड ———————————————————————— (पहाड़ पलायन पर व्यंग्यात्मक रचना) पहाड़ छोडि क दिल्ली…
काव्य साहित्य कवि धर्मेंद्र अनियाल ‘धर्मी’ की एक रचना.. तो फिर समझो चुनाव नज़दीक है.. December 17, 2021 admin धर्मेंद्र उनियाल धर्मी अल्मोड़ा, उत्तराखंड ————————————————— तो फिर समझो चुनाव नज़दीक है। जब जब जनता…