काव्य साहित्य कवि शिक्षक जगदीश ग्रामीण की एक रचना.. सोच रहा हूं मैं इस यौवन में December 25, 2020 admin जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ रामनगर डांडा, थानों, देहरादून —————————————- सोच रहा हूं मैं इस यौवन में…