अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा, राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भागे
-काबुल में शांति बनी हुई है, हालांकि अभी भी बीच-बीच में गोलीबारी और धमाके की आवाज आ रही है। इस बीच अमेरिका समेत तमाम देश अपने दूतावास से कर्मचारियों को निकाल रहे हैं।
अफगानिस्तान पर तालिबान का पूरी तरह कब्जा हो गया है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि देश को खून-खराबे से बचाने के लिए उन्होंने देश छोड़ा है। उन्होंने कहा कि मेरे पास इसके सिवाय और कोई रास्ता नहीं था। बताया जा रहा है कि वो ताजिकिस्तान भागे हैं।
काबुल में दूतावास से अमेरिकी झंडा उतारा गया
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने के बीच काबुल में अमेरिकी दूतावास से अमेरिकी झंडा उतार लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि दूतावास के लगभग सभी अधिकारियों को शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचा दिया गया है, जहां पर हजारों अमेरिकी तथा अन्य लोग विमानों का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी झंडा दूतावास के अधिकारियों में से एक के पास है।
सत्ता हस्तांतरण का काम शुरू
अब अफगानिस्तान में सत्ता हस्तांतरण का काम शुरू होगा। तालिबान ने कहा है कि वह देश में इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान को दोबारा स्थापित करेगा। पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अब्दुल्ला अब्दुल्ला और पूर्व तालिबान नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार ने एक कमेटी का गठन किया है जो शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण को अंजाम देगा।
भारत स्थित अफगान दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक
भारत स्थित अफगान दूतावास का ट्विटर अकाउंट हैक हो गया है। इस बात की पुष्टि प्रेस सचिव अब्दुलहक आजाद ने की है। उन्होंने कहा कि मैंने लॉग इन करने की कोशिश की है लेकिन इसे एक्सेस नहीं कर पा रहा हूं।
काबुल से अपने दूतावास को हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर रहा फ्रांस
फ्रांस अपने सभी नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए काबुल स्थित फ्रांसीसी दूतावास को फिलहाल अबू धाबी हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर रहा है। विदेश मंत्री ने एक बयान में कहा कि आने वाले कुछ घंटों में संयुक्त अरब अमीरात में सैनिकों और विमानों की तैनाती की जाएगी।
हामिद करजई एयरपोर्ट की सुरक्षा कड़ी
अमेरिका ने कहा- अभी हम हामिद करजई एयरपोर्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि अमेरिकी और सहयोगी देशों की सेना के जवान नागरिक व सैन्य विमानों से रवाना हो सकें।
अमेरिका ने जारी किया बयान
अमेरिका ने बयान जारी कर कहा- अफगानी और अंतर्राषट्रीय नागरिकों को देश छोड़ने की इजाजत मिलनी चाहिए। इसके लिए सड़क, एयरपोर्ट और सीमाएं खोली जाएं और शांति बरकरार रखी जाए। अफगानिस्तान के लोग शांतिपूर्ण तरीके से रहना चाहते हैं। हम उनकी मदद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
अमेरिका ने कहा- वियतनाम की पुनरावृत्ति नहीं
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि तालिबान के अफगान राजधानी में प्रवेश करने के साथ ही अमेरिका काबुल में अपने दूतावास के शेष कर्मचारियों को व्यवस्थित तरीके से निकाल रहा है। हालांकि, उन्होंने जल्दीबाजी में अमेरिका के वहां से निकलने के आरोपों को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि यह वियतनाम की पुनरावृत्ति नहीं है।