बच्चों में सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल, स्कूल खोलना अनुचित: चौहान
-अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने विद्यालय खोलने पर फिलहाल जताई असहमति, केन्द्र सरकार व उत्तराखंड सरकार को भेजे सुझाव
देहरादून। अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों ने विद्यालय खोले जाने के संबंध में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार को सुझाव दिये हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों से सोशल डिस्टेंसिंग करवा पाना बहुत मुश्किल है। कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है, इसलिए खोलना बच्चों की जान संकट में डालने जैसे होगा। अभी स्कूल खोलना पूरी तरह अनुचित होगा।
संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री सुभाष चौहान ने कहा कि बच्चे देश के कर्णधार हैं, कल देश का भार इन्हीं बच्चों के कंधों पर आना है। यदि यही बच्चे सुरक्षित नहीं रहेगें तो देश आगे कैसे बढ़ेगा। वर्तमान में उतराखण्ड के सभी जनपदों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक विद्यालय नहीं खुलने चाहिए। प्रत्येक विद्यालयों में बच्चों के बैठने की व्यवस्था के लिए कमरे सीमित होते हैं। वहां सामाजिक दूरी का पालन करवा पाना मुश्किल है। अखिल भारतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेश त्यागी व महामंत्री सुभाष चौहान ने कहा कि यदि एक भी बच्चा संक्रमित निकलता है तो सारे बच्चे बीमारी की चपेट में आयेगें। इसलिए वर्तमान स्थिति को देखते हुए फिलहाल विद्यालय बंद रहें तो उचित होगा। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई का माध्यम महामारी के काल में अच्छा विकल्प है। शिक्षकों से संगठन ने भी अनुरोध किया है कि ऑनलाइन पढ़ाई सुचारू रखें। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैन सिंह ने कहा कि सुझाव की प्रति केंद्र और उत्तराखंड सरकार को प्रेषित की गई है।