उत्तराखंड पुलिस के दो सिपाही बर्खास्त, चरस तस्करी के आरोप में हुई थी गिरफ्तारी
-डीजीपी ने कहा कि अपराधिक गतिविधियों में शामिल पुलिस कर्मियों के लिए पुलिस फोर्स में कोई जगह नहीं है। भविष्य में भी यदि ऐसे मामले आए तो उनके लिए भी पुलिस फोर्स में कोई जगह नहीं होगी।
शब्द रथ न्यूज, न्यूज (shabd rath news)। डीजीपी अशोक कुमार ने नशे का कारोबार करते हुए पकड़े गए दो पुलिस कर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। डीजीपी ने कहा कि अपराधिक गतिविधियों में शामिल पुलिस कर्मियों के लिए पुलिस फोर्स में कोई जगह नहीं होगी।
गौरतलब है कि शनिवार (कल) को चंपावत जिले के निवासी दो सिपाही उधमसिंहनगर के किच्छा में आठ किलो चरस के साथ गिरफ्तार किए गए थे। इनमें एक सिपाही चम्पावत कोतवाली और दूसरा पिथौरागढ़ में तैनात है। उधमसिंहनगर पुलिस ने इस मामले में दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि चंपावत कोतवाली में तैनात सिपाही प्रदीप फर्त्याल लंबे समय से चरस तस्करी का गिरोह चल रहा था। वर्दी की आड़ में वह चम्पावत से सस्ते दामों में चरस खरीदकर उधमसिंहनगर समेत अन्य इलाकों में तस्करी में जुटा हुआ था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सरगना सिपाही प्रदीप फर्त्याल और पिथौरागढ़ के सिपाही प्रभात बिष्ट समेत अन्य को गिरफ्तार किया।